चित्तौड़गढ़. शहर के पन्नाधाय बस स्टैंड से गत सप्ताह अपनी मां के साथ सो रहे दो साल के बच्चे के अपहरण के मामले का कोतवाली पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में एक महिला को गिरफ्तार करने के साथ एक विधि से संघर्षरत बालक को डिटेन कर अपहृत बच्चे को दस्तयाब कर लिया गया है. गिरफ्तार महिला बच्चे को भिक्षावृत्ति के लिए अपहरण कर कोटा ले गई थी.
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि 16 जून की रात्रि को पन्नाधाय बस स्टैंड पर मीरा गवारिया अपने 2 साल के बेटे राज के साथ सोई हुई थी. सुबह उठी, तो उसका बच्चा गायब था. मीरा की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई. पुलिस टीम ने घटनास्थल व आसपास के सीसीटीवी फुटेज देखे जाकर संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित किया. चिन्हित लोगों से पूछताछ के आधार पर कड़ी से कड़ी जोड़ी गई.
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पूछताछ के आधार पर संदिग्ध महिला के कोटा जाने की जानकारी सामने आई. पुलिस टीम ने कोटा में लगातार पांच दिन तक कैंप कर सकतपुरा चौराहा, आरपीएस कोलोनी, बाम्बे योजना अन्नतपुरा, बंजारा बस्ती, रामपुरा, गुमानपुरा, दशहरा मैदान, सीएडी चौराहा, केशवपुरा, किशोरपुरा व कोटा जिले की समस्त कच्ची बस्तीयों व फुटपाथ पर रहने वाले खानाबदोस लोगों व कबाड़ बिनने व कबाड़ खरीदने वाले लोगों से पूछताछ की गई.
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इस आधार पर पुलिस संदिग्ध महिला की पहचान करते हुए केशवपुरा चौराहा अन्डर ब्रिज के नीचे फुटपाथ से गीता पत्नि स्व. राधेश्याम मोची को डिटेन कर उसके कब्जे से नाबालिग बच्चे को दस्तयाब कर लिया. घटना में लिप्त एक विधि से संघर्षरत बालक को भी डिटेन किया गया. दस्तयाबशुदा बच्चे को उसकी मां मीरा गवारिया को सुपुर्द किया गया. आरोपी गीता मोची ने पुलिस पूछताछ में बच्चे का भिक्षावृत्ति के लिए अपहरण करना बताया.