रामपुर बुशहर:31 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के समेज गांव में आई बाढ़ में केदारटा फैमिली के 16 लोग लापता हो गए, जिनका अभी तक पता नहीं चल पाया है. पिछले पांच दिनों से लापता लोगों की तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है. वहीं, समेज में बीते दिनों बादल फटने की घटना में 36 लोग लापता हो गए. इन लोगों का भी अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है.
50 सालों से समेज में रह रही थी केदारटा फैमिली: जानकारी के अनुसार समेज गांव में केदारटा फैमिली करीब 50 सालों से रह रही है. मूल रूप से इनके पूर्वज सरपारा पंचायत के सुघा में रहते थे. सुघा से कुछ ही दूरी पर समेज है, जो लो हाइट में पड़ता है. यहां पर लोकल चावल एवं दालें पैदा होती थी, जिस कारण यहां पर हाई हाइट से लो हाइट की ओर लोग अपना रुख किया करते थे. जिसे दौगरी नाम से भी जाना जाता था. ऐसे ही केदारटा फैमिली के पूर्वज भी पहले से यहां पर आकर रह रहे थे. वर्तमान में केदारटा के 7 परिवार यहां पर अपने-अपने घरों में रहते थे. इनमें से कुछ घरों के सदस्य 31 जुलाई की रात को अन्य स्थानों पर गए थे, जो बच गए.
एक ही परिवार के 16 सदस्य आपदा में हुए लापता: 31 जुलाई को बादल फटने से आई बाढ़ में केदारटा फैमिली के 16 लोग लापता बताए जा रहे हैं. प्रशासन द्वारा लगातार लापता लोगों के तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. लेकिन अभी तक केदारटा फैमिली सहित 36 लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है. अपनों की तलाश में सुबह से ही ग्रामीण यहां पर आकर बैठ जाते हैं और शाम होने तक कुछ न कुछ मिलने की राह देखते रहते हैं. लेकिन शाम होने पर अपनों के नहीं मिलने से उदास होकर वापस लौट जाते हैं.