सोलन: हिमाचल प्रदेश में इन दिनों जगह-जगह 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में सोलन विधानसभा क्षेत्र के चायल में 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने लोगों की समस्याओं को सुना. इस मौके पर मंत्री शांडिल ने कहा राज्य सरकार गांव-गांव पहुंच कर लोगों की समस्याओं का समाधान कर रही है. स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए 1450 पद भरे जाएंगे.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वस्थ परिवार ही स्वस्थ हिमाचल का आधार है. प्रदेश सरकार का प्रयास है कि लोगों को घर के पास ही बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाई जाएं. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के चिकित्सकों तथा अन्य के 1450 लिए भरे जाएंगे. प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के लोगों की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न योजनाओं आरंभ की गई है. शिक्षा के क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने और आगामी सत्र से अंग्रेजी भाषा में शिक्षा आरंभ करने के बेहतरीन निर्णय लिए गए हैं. यह निर्णय शिक्षा के स्तर को बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होंगे.
डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत 06 लाभार्थियों को आवास निर्माण के लिए प्रथम किश्त के रूप में 75-75 हजार रुपए के पत्र प्रदान किए. उन्होंने 'बेटी है अनमोल' योजना के तहत 11 बच्चियों को 21-21 हजार रुपए की एफडी प्रदान की और अन्न प्राशन संस्कार सम्पन्न करवाया. साथ ही गोद भराई की रस्म भी की.
सोलन विधानसभा के चायल में आयोजित ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम में कुल 65 शिकायतें प्राप्त हुई. इनमें से 39 शिकायतें व 26 मांग लिखित रूप से प्राप्त हुई. डॉ. शांडिल ने संबंधित अधिकारियों को लोगों की समस्याओं के शीघ्र निपटारे के निर्देश जारी किए. इस मौके पर उन्होंनेस्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और आयुष विभाग द्वारा आयोजित मेगा स्वास्थ्य शिविर का विधिवत शुभारंभ किया. साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया.
मेगा स्वास्थ्य शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा रोगियों का उपचार किया गया और निःशुल्क सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. मेगा स्वास्थ्य शिविर में 104 रोगियों की जांच की गई. 42 आभा आई-डी बनाई गई. शांडिल ने कहा प्रकृति ने राज्य को नैसर्गिक सौंदर्य से नवाजा है. हिमाचल प्रदेश प्रकृति का लुप्त उठाने वाले पर्यटकों के लिए जहां आकर्षण का केंद्र है. वहीं, धार्मिक आस्था के प्रतीक मंदिरों के लिए भी विख्यात है. हिमाचल में बेहतर पर्यटन अधोसंरचना तथा अनछुए पर्यटन स्थलों में विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर सरकार द्वारा विशेष बल दिया जा रहा है.
श्रम एवं रोजगार मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा शिक्षित युवाओं के लिए पर्यटन क्षेत्र में रोजगार और स्वरोजगार की संभावनाएं तलाशने के लिए सरकार प्रयासरत है. चायल क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा. ताकि ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को स्वरोजगार के अवसर मिल सके. वहीं, इस मौके पर धनीराम शांडिल ने लोगों को नशा निवारण की शपथ भी दिलाई.
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