कुआलालंपुर (मलेशिया): आईसीसी अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड 2025 का खिताब भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 9 विकेट से हराकर लगातार दूसरी बार जीत लिया है.भारत ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से मिले 83 रनों के लक्ष्य को 9 विकेट बाकी रहते हुए 11.2 ओवर में हासिल कर ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया. भारत को एक बार फिर वर्ल्ड चैंपियन बनाने के में गोंगाडी त्रिशा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
उन्होंने इस पूरे टूर्नामेंट में अपने हरफनमौला खेल से विरोधियों को पस्त कर दिया और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब भी अपने नाम किया. त्रिशा ने बयूमास ओवल में खेले गए वर्ल्ड कप भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका फाइनल में गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया और प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड अपने नाम किया. उनके शानदार खेल के चलते भारत ने आसानी से जीत हासिल कर ली. तो आज हम इस मौके पर आपको बताने वाले हैं कि गोंगाडी त्रिशा कौन हैं. उनका इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन कैसा रहा है.
कौन है गोंगाडी त्रिशा? गोंगाडी त्रिशा तेलंगाना के भद्राचलम की रहने वाली हैं. त्रिशा का जन्म 15 दिसंबर 2005 को हुआ था. उन्होंने 2 वर्ष की आयु से क्रिकेट बैट थाम लिया था, धीरे-धीरे उनकी क्रिकेट के प्रति रुचि बढ़ती गई और फिर जीवी रमी रेड्डी ने उनके क्रिकेट करियर को आगे बढ़ाने में मदद की. उन्हें क्रिकेट के बारे में उनके पिता से पता चला, उनके पिता ने उनकी काफी मदद की और करियर को आगे बढ़ाने में सहायता प्रदान की.
त्रिशा ने 9 साल की छोटी उम्र में ही हैदराबाद अंडर 16-टीम में जगह बना ली. अंडर-16 के बाद उन्होंने अंडर-32 टीम में जगह बना ली. इसके बाद उन्हें हैदराबाद और साउथ जोन की ओर से अंडर-19 में खेलने का मौका मिला. त्रिशा शेफाली वर्मा की कप्तानी में पहला अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम में भी शामिल थीं.
इस 19 साल भारतीय महिला क्रिकेटर ने कुलालालंपुर, मलेशिया में खेले गए आईसीसी अंडर 19 महिला टी20 वर्ल्ड कप से अपना नाम घर-घर तक पहुंचा दिया. इस टूर्नामेंट में धमाकेदार प्रदर्शन कर त्रिशा ने अब सीनियर टीम को और मजबूत से अपने कदम बढ़ा दिए हैं.
कैसा रहा त्रिशा का अंडर-19 वर्ल्ड कप में प्रदर्शन आईसीसी अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड में भारतीय टीम की सलामी बल्लेबाज गोंगाडी त्रिशा ने 7 मैचों की 7 पारियों में 1 शतक की मदद से 309 रन बनाए हैं. इस दौरान उनका औसत 77.27 और स्ट्राइक रेट 147.14 का रहा है. उनके बल्ले से इस टूर्नामेंट में 45 चौके और 5 छक्के निकले हैं. वर्ल्ड कप में उनका उच्चतम स्कोर स्कोर 110* रहा है. त्रिशा ने टूर्नामेंट में गेंद के साथ भी कमा दिखाया है. उन्होंने 4 पारियों में गेंदबाजी करते हुए 7 विकेट हासिल किए हैं.
भारत ने पहला मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला, जिसमें त्रिशा ने 4 रन बनाए.
टीम इंडिया का दूसरा मैच मलेशिया के साथ था, जिसमें त्रिशा के बल्ले से 27 रन निकले.
त्रिशा ने श्रीलंका के खिलाफ तीसरे मैच में 49 रनों की पारी खेली.
भारत का चौथा मैच बांग्लादेश से हुआ, जहां त्रिशा ने 40 रनों की पारी खेली और 1 विकेट हासिल किया.
टीम इंडिया का अंतिम लीग मैच स्कॉटलैंड के साथ था, जिसमें 110 रनों की नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली और 3 विकेट चटकाए.
भारत ने सेमीफाइनल मैच में इंग्लैंड को हराया और फाइनल में एंट्री मारी. इस मैच में 35 रनों की पारी खेली.
त्रिशा ने दक्षिण अफ्रीका के साथ फाइनल में 44 रनों की नाबाद पारी खेली और 3 विकेट हासिल किए.