नई दिल्ली : सितंबर 2022 में नई कार्यकारी समिति के कार्यभार संभालने के बाद से ही अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) में विवाद पर्याय बन गया है. वित्तीय अनियमितताओं, टेंडर को लेकर विवाद और अदालत में लंबित मामलों के आरोपों के बीच, अब फेडरेशन की एक महिला कर्मचारी ने एआईएफएफ के वरिष्ठ अधिकारियों पर सोशल मीडिया पर उसकी निजी जानकारी लीक करने का आरोप लगाया है.
महिला ने एआईएफएफ की आंतरिक शिकायत समिति में गोपनीयता भंग करने और उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है (जिसकी एक प्रति आईएएनएस के पास है). '4 मई, 2024 की सुबह, यूट्यूब पर एक वीडियो लाइव किया गया, जिसमें मेरी सभी व्यक्तिगत, गोपनीय और महत्वपूर्ण जानकारी लीक हो गईं और सार्वजनिक हो गईं'.
उन्होंने एआईएफएफ के तीन वरिष्ठ अधिकारियों पर इस उल्लंघन का आरोप लगाते हुए शिकायत में कहा, 'वीडियो में मेरा प्रस्ताव पत्र, सीवी और अन्य व्यक्तिगत विवरण थे, जो गोपनीयता का उल्लंघन है'. शिकायतकर्ता ने कहा कि वीडियो 4 मई को लाइव किया गया था और कार्यवाहक महासचिव द्वारा ईमेल लीक होने की बात स्वीकार करने के बाद भी संबंधित अधिकारियों से पूछताछ नहीं की गई.
'मैं 6 मई को कार्यवाहक महासचिव (एएसजी) के पास गयी और उनसे वीडियो के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा क्योंकि यह गोपनीयता का उल्लंघन है. इतना सब कुछ होने के बाद भी कोई जांच नहीं बुलाई गई है'. उन्होंने कहा, 'हम ऐसे संगठन में असुरक्षित महसूस करते हैं, जहां निजी और गोपनीय डेटा जारी किया जा सकता है'.
उन्होंने शिकायत में कहा, 'जो कुछ भी हो रहा है, उससे मैं इन लोगों द्वारा कार्यालय के बाहर असुरक्षित और धमकी महसूस करती हूं'. आईएएनएस द्वारा संपर्क किए जाने पर शिकायतकर्ता ने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया.