नागपुर:भारत-इंग्लैंड के साथ 6 फरवरी को नागपुर में पहला टी20 मैच खेलने वाला है. इससे पहले भारत के उपकप्तान शुभमन गिल ने मंगलवार को मीडिया के साथ बात की है. उन्होंने इस दौरान कई हम मुद्दों पर बात की और ऑस्ट्रेलिया के हाथों टेस्ट सीरीज में मिली हार का बचाव भी किया है. इस दौरान उन्होंने रोहित, यशस्वी और अभिषेकश शर्मा को लेकर भी बात की है.
रोहित शर्मा के फॉर्म पर बोले शुभमन गिल शुभमन गिल ने रोहित शर्मा के खराब फॉर्म पर बात करते हुए कहा, 'रोहित भाई पिछले डेढ़ साल से जिस तरह से वनडे में बल्लेबाजी कर रहे हैं, वह हमारे लिए वाकई गेम चेंजर रहा है. शुरुआत से ही लय बनाए रखना और पहली गेंद से ही खेल को अपने पक्ष में ले जाना और इससे नॉन-स्ट्राइकर और आने वाले बल्लेबाजों का काम थोड़ा आसान हो जाता है और मुझे लगता है कि इससे हमारी टीम को काफी मदद मिली है'.
यशस्वी, अभिषेक से नहीं मुझे जलन - गिल यशस्वी, अभिषेक से खुद को खतरा महसूस होने वाले सवाल पर गिल ने कहा, 'यशस्वी जायसवाल और अभिषेक शर्मा और मेरे बीच कोई जहरीली प्रतिस्पर्धा नहीं है. अभिषेक मेरा बचपन का दोस्त है. जायसवाल भी मेरा दोस्त है, मुझे नहीं लगता कि हमारे बीच कोई जहरीली प्रतिस्पर्धा है. जाहिर है अगर आप देश के लिए खेल रहे हैं, तो आप हर मैच में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं और यह नहीं सोचना चाहिए कि काश यह लड़का अच्छा प्रदर्शन न करे'.
रोहित को अपने विचार बताना मेरा कर्तव्य - गिल गिल उप-कप्तान जिम्मेदारी आने पर कहा, 'मैं इसे अपने तरीके से नेतृत्व करने की चुनौती के रूप में लेता हूं, सबसे पहले अपने प्रदर्शन के साथ और फिर निश्चित रूप से मैदान में अगर रोहित भाई मेरी राय चाहते हैं. यह मेरा कर्तव्य है कि मैं उन्हें बताऊं कि मेरे विचार क्या हैं'.
ऑस्ट्रेलिया से हार पर गिल ने दिया बड़ा बयान भारत को ऑस्ट्रेलिया में पांच मैचों की सीरीज में 1-3 से हारनी पड़ गई थी, जिसके बाद भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से बाहर हो गई थी. इस गिल ने कहा, 'एक सीरीज से पूरी टीम की फॉर्म का पता नहीं चलता है. ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अतीत में कई सीरीज और टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. निश्चित रूप से हम ऑस्ट्रेलियाई सीरीज में अपनी उम्मीदों के अनुसार नहीं खेले, लेकिन फिर भी हमने कुछ अच्छी क्रिकेट खेली. हम दुर्भाग्यशाली थे कि आखिरी दिन (जसप्रीत) बुमराह हमारे साथ नहीं थे और हम मैच जीत जाते और सीरीज बराबर हो जाती और यह चर्चा नहीं होती'.