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विराट कोहली को निशाना बना रही ऑस्ट्रेलियाई मीडिया की रवि शास्त्री ने की बोलती बंद, जानिए क्या कहा ? - IND VS AUS 4TH TEST

विराट कोहली को निशाना बना रही ऑस्ट्रेलियाई मीडिया की रवि शास्त्री ने कड़ी आलोचना की है और इसे BGT न जीतने की हताशा बताया है.

Virat Kohli and Sam Konstas
विराट कोहली और सैम कोंस्टास (AP Photo)

By ETV Bharat Sports Team

Published : Dec 27, 2024, 12:40 PM IST

मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया): मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन के दौरान भारत के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली ऑस्ट्रेलियाई डेब्यूटेंट सैम कोंस्टास के साथ कंधे से कंधा टकराने की घटना में शामिल थे. इस घटना ने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया का काफी ध्यान खींचा है.

कोहली को इस विवाद के लिए मैच फीस का 20% जुर्माना और 1 डिमेरिट अंक मिला. हालांकि, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग सहित कुछ लोगों का मानना ​​है कि उन पर अधिक कठोर जुर्माना लगाया जाना चाहिए था.

मैच से पहले ही कोहली ऑस्ट्रेलिया में मीडिया की कड़ी निगरानी में थे. एयरपोर्ट पर उन्हें पत्रकारों ने घेर लिया और कथित तौर पर उनमें से एक ने बिना अनुमति के विराट और उनके परिवार की तस्वीर लेने की कोशिश की.

पूरा देश अपनी टीम को जीताने की कोशिश में
भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कोहली के ऑस्ट्रेलियाई मीडिया कवरेज की आलोचना करते हुए इसे 'हताशा' बताया है. शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, 'आप सीरीज के 3 टेस्ट मैच खेल चुके हैं, स्कोरलाइन 1-1 है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अभी भी तय नहीं हुई है. अगर ऑस्ट्रेलिया 3-0 या 2-0 से आगे होता, तो कहानी कुछ और होती. लेकिन अब मीडिया समेत पूरा देश टीम के साथ है और मेलबर्न में जीत के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है'.

यह कोहली को निशाना बनाने की कोशिश
शास्त्री का मानना ​​है कि ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने कोहली को निशाना बनाने के लिए कंधे से टकराने की घटना का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा, 'जब शारीरिक संपर्क हुआ, तो ऐसा लगा, यह हमारा मौका है. उन्होंने एक बड़ी कहानी बनाने के लिए नुकीले दांत और पेंटब्रश निकाल लिए. इस घटना ने सीरीज में कड़ी प्रतिस्पर्धा को उजागर किया है'.

ऑस्ट्रेलिया पर BGT जीतने का दबाव
शास्त्री का सुझाव है कि मीडिया की प्रतिक्रिया ऑस्ट्रेलियाई टीम पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने के दबाव को दर्शाती है. दोनों टीमों पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव बहुत अधिक है. मीडिया की इस तरह की कोशिश इस प्रतिद्वंद्विता में एक नई कड़ी जोड़ती है.

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