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ओलंपिक में कैसा रहा है एथलेटिक्स का इतिहास, जानिए भारत को किन एथलीटों से होगी मेडल की आस - Paris Olympics 2024

Paris Olympics 2024 : भारत के 29 एथलीट्स पेरिस ओलंपिक 2024 में एथलेटिक्स में अगल-अलग इवेंट में हिस्सा लेने वाले हैं. उससे पहले हम आपको आज इस खेल के इतिहास, इस खेल प्रमुख खिलाड़ियों, पेरिस खेलों के लिए भारतीय दल और इस खेल में भारत के ट्रैक रिकॉर्ड के बारे में बताने वाले हैं. पढ़िए पूरी खबर...

Paris Olympics 2024
भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा और किशोर कुमार जेना (IANS PHOTOS)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 21, 2024, 1:59 PM IST

नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक शुरू होने में बस 5 दिन बचे हैं. हर संस्करण की तरह इस बार भी ओलंपिक में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले खेलों में से एक एथलेटिक्स पर सभी की नजरें टिकी होंगी. इस खेल का इतिहास बहुत पुराना है. आज हम आपको पेरिस खेलों से पहले हम इस खेल के सफर और खेल के कुछ महान खिलाड़ियों के साथ-साथ एथलेटिक्स में भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों और भारत के ट्रैक रिकॉर्ड पर एक नज़र डालते हैं.

भारतीय एथलीट पारुल चौधरी (IANS PHOTOS)

ओलंपिक में एथलेटिक्स का इतिहास
1896 में आधुनिक ओलंपिक की शुरुआत के बाद से एथलेटिक्स हर संस्करण में खेला जाता रहा है. आधुनिक ओलंपिक कार्यक्रम में स्प्रिंट, बाधा दौड़, रिले, मध्यम और लंबी दूरी की दौड़, रेस वॉक, मैराथन, जंप, थ्रो और संयुक्त इवेंट शामिल हैं. 1900 से 1920 तक एथलेटिक्स में भाग लेने वाले इवेंट बहुत अलग-अलग थे लेकिन शॉर्ट रेसवॉक को शामिल करने के बाद 1952 के संस्करण से एक स्थिर रोस्टर बना हुआ है. 1976 के संस्करण को छोड़कर रोस्टर में तब से कोई बदलाव नहीं किया गया है, जब लॉन्ग रेसवॉक को हटा दिया गया था. महिलाओं के इवेंट 1928 के संस्करण में शुरू हुए, जबकि मिश्रित इवेंट को 2020 में ओलंपिक चार्टर में जोड़ा गया था.

इस खेल के महान खिलाड़ी

  1. पावो नूरमी: पावो नूरमी ने ओलंपिक में ट्रैक एंड फील्ड में भाग लेते समय सनसनी मचा दी थी. मध्यम दूरी के धावक ने ओलंपिक के इतिहास में 12 पदक जीते, जिसमें 9 स्वर्ण पदक शामिल हैं. ‘फ्लाइंग फिन’ के नाम से मशहूर इस एथलीट ने एंटवर्प 1920 में तीन स्वर्ण और एक रजत पदक जीता और उसके चार साल बाद पांच स्वर्ण पदक जीते थे. नूरमी ने एम्स्टर्डम में भी एक स्वर्ण और दो रजत पदक जीते और एथलेटिक्स में एक विरासत बनाई.
  2. कार्ल लुईस: यूएसए के कार्ल लुईस ओलंपिक के इतिहास में एक और बेहतरीन एथलीट थे. इस प्रमुख धावक और लंबी कूद खिलाड़ी ने खेलों के कार्निवल में कुल 10 पदक जीते हैं. लुईस ने 1984 के लॉस एंजिल्स में 4 स्वर्ण पदक जीते और फिर चार साल बाद सियोल में 2 स्वर्ण और एक रजत पदक जीता. उन्होंने अगले कुछ संस्करणों में 3 और स्वर्ण पदक जीते थे. इस अमेरिकी खिलाड़ी ने अपने ओलंपिक करियर का अंत दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ एथलीटों में से एक के रूप में किया.
    एथलीट (IANS PHOTOS)
  3. एलिसन फेलिक्स: यूएसए की एलिसन फेलिक्स एथलेटिक्स में दोहरे अंकों में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला एथलीट हैं. ओलंपिक में उनका दबदबा 2004 से 2020 तक रहा, जब उन्होंने 7 स्वर्ण पदक सहित कुल 11 पदक जीते. फेलिक्स ने 2004 एथेंस में एक रजत जीता और फिर अगले संस्करण में एक रजत और एक स्वर्ण जीता था. 2012 उनका चरम संस्करण था, जब उन्होंने तीन स्वर्ण पदक जीते थे. अगले दो संस्करणों में पांच और पोडियम फिनिश ने ओलंपिक के इतिहास में उनका नाम अमर कर दिया.
  4. उसैन बोल्ट: उसैन बोल्ट का नाम भी ओलंपिक के बेहतरीन एथलीटों में भी शामिल है, क्योंकि जमैका के इस खिलाड़ी ने स्प्रिंट में ऐसा दबदबा बनाया जैसा किसी और ने नहीं बनाया. उन्होंने ओलंपिक के इतिहास में 8 पदक जीते और सभी में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.

एथलेटिक्स में भारत का कैसा रहा है इतिहास
भारत ने 1900 ओलंपिक के लिए नॉर्मन प्रिचर्ड के रूप में एक ही सदस्य भेजा था. उन्होंने पुरुषों की 200 मीटर और पुरुषों की 200 मीटर बाधा दौड़ में 2 रजत पदक जीते थे. हालांकि 2005 में विश्व एथलेटिक्स (WA) ने ऐतिहासिक डेटा प्रकाशित किया, जिससे संकेत मिलता है कि प्रिचर्ड ने ग्रेट ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व किया था. हालांकि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने माना कि उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया था. इस प्रकार प्रिचर्ड की राष्ट्रीयता के बारे में बहस अभी भी बनी हुई है.

भारतीय एथलीट (IANS PHOTOS)

भारत ने 1920 के एंटवर्प खेलों में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के तहत अपना पहला ओलंपिक दल भेजा. एथलेटिक्स में चार खिलाड़ी भाग ले रहे थे लेकिन किसी ने भी अपने प्रदर्शन पर कोई प्रभाव नहीं छोड़ा. 1924 में दलीप सिंह ने 6.635 की छलांग के साथ लंबी कूद में सेमीफाइनल में जगह बनाई, लेकिन प्रतियोगिता के फाइनल में प्रवेश नहीं कर पाए. 24 साल बाद गुरनाम सिंह ने पुरुषों की ऊंची कूद के फाइनल में जगह बनाकर प्रभावशाली प्रदर्शन किया.

इसके बाद 1960 का साल आया और भारतीय प्रशंसकों की सारी उम्मीदें मिल्खा सिंह के कंधों पर टिकी थीं, लेकिन भारतीय एथलीट कांस्य पदक से बाल-बाल चूक गए. उन्होंने 45.600 का समय निकाला, जबकि कांस्य पदक विजेता ने 45.500 का समय निकाला था.

एथलीट (IANS PHOTOS)

गुरबचन सिंह रंधावा ने अगले संस्करण में पुरुषों की 110 मीटर बाधा दौड़ में प्रभावशाली प्रदर्शन किया, क्योंकि उन्होंने 10 एथलीटों में से पांचवें स्थान पर फाइनल पूरा किया. ओलंपिक में अगला शानदार प्रदर्शन अंजू बॉबी जॉर्ज ने किया, जिन्होंने एथेंस 2004 में महिलाओं की लंबी कूद के फाइनल में 6.83 की छलांग लगाकर पांचवां स्थान हासिल किया और राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया था.

नीरज चोपड़ा ने एथलेटिक्स में दिलाया गोल्ड
नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर एथलेटिक्स में भारत के शानदार उपलब्धि हासिल की थी. नीरज ने टोक्यों ओलंपिक में 2020 में 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता और इतिहास रच दिया. उनकी इस उपलब्धि ने कई लोगों को भाला फेंक को पेशे के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया है और अधिक से अधिक एथलीट जमीनी स्तर से इस खेल में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए आगे आ रहे हैं.

भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा (IANS PHOTOS)

पेरिस ओलंपिक में भारत का एथलेटिक्स दल
पेरिस ओलंपिक में 2024 में 29 सदस्यों का दल एथलेटिक्स में देश का प्रतिनिधित्व करेगा और नीरज चोपड़ा पदक जीतने की सबसे बड़ी उम्मीद हैं. इस साल नीरज ने पावो नूरमी खेलों में स्वर्ण पदक जीता और फेडरेशन कप में शीर्ष स्थान हासिल किया. वह दोहा डायमंड लीग में भी दूसरे स्थान पर रहे और भारत को उम्मीद है कि वह ओलंपिक में भी अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे और पदक जीतेंगे. नीरज को छोड़कर दल का कोई भी अन्य सदस्य पदक का दावेदार नहीं दिखता है, लेकिन सबसे बड़े मंच पर असाधारण प्रदर्शन एथलीटों के लिए पोडियम फिनिश सुनिश्चित कर सकता है.

भारतीय एथलीट (IANS PHOTOS)

भारत के 29 एथलीट इन इवेंट्स में लेंगे हिस्सा

  1. सर्वेश कुशारे: पुरुषों की ऊंची कूद
  2. नीरज चोपड़ा: पुरुषों की भाला फेंक
  3. किशोर कुमार जेना: पुरुषों की भाला फेंक
  4. अविनाश साबले: पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज
  5. पारुल चौधरी: महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज
  6. अक्षदीप सिंह: पुरुषों की 20 किमी रेसवॉक
  7. विकास सिंह: पुरुषों की 20 किमी रेसवॉक
  8. तजिंदरपाल सिंह तूर: पुरुषों की शॉट पुट
  9. परमजीत बिष्ट: पुरुषों की 20 किमी रेसवॉक
  10. सूरज पंवार: पुरुषों की 20 किमी रेसवॉक मिश्रित रिले
  11. प्रियंका गोस्वामी: मिश्रित मैराथन रेसवॉक
  12. मुहम्मद अजमल वरियाथोडी: पुरुषों की 4x400 मीटर रिले
  13. संतोष कुमार तमिलरासन: पुरुषों की 4x400 मीटर रिले
  14. राजेश रमेश: पुरुषों की 4x400 मीटर रिले
  15. अमोज जैकब: पुरुषों की 4x400 मीटर रिले
  16. मुहम्मद अनस याहिया: पुरुषों की 4x400 मीटर रिले
  17. अब्दुल्ला अबूबकर: पुरुषों की ट्रिपल जंप
  18. प्रवीण चित्रावेल: पुरुषों की ट्रिपल जंप
  19. जेसविन एल्ड्रिन: पुरुषों की लंबी कूद
  20. अन्नू रानी: महिलाओं की भाला फेंक
  21. पहल किरण: महिलाओं की 400 मीटर, महिलाओं की 4x400 मीटर रिले
  22. ज्योति याराजी: महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़
  23. अंकिता: महिलाओं की 5000 मीटर
  24. ज्योतिका श्री दांडी: महिलाओं की 4x400 मीटर रिले
  25. पूवम्मा राजू माचेतिरा: महिलाओं की 4x400 मीटर रिले
  26. सुभा वेंकटेशन: महिलाओं की 4x400 मीटर रिले
  27. विथ्या रामराज: महिलाओं की 4x400 मीटर रिले
  28. प्राची: रिजर्व एथलीट
  29. मिजो चाको: रिजर्व एथलीट
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