कोलकाता: ऐसे समय में जब भारतीय टीम इस महीने के अंत में पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने जा रही है, तब टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर की भूमिका सवालों के घेरे में है. न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की 3-0 की हार के बाद कोच गौतम गंभीर की भूमिका सवालों के घेरे में है.
श्रीलंका में हार और फिर घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद गंभीर को कई मामलों में फटकार लगाई गई है, जिसमें टीम चयन और पिचों की तैयारी भी शामिल है. छह घंटे तक चली समीक्षा बैठक में टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा, बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, बीसीसीआई सचिव जय शाह और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर भी शामिल हुए.
यह बैठक मुंबई के क्रिकेट सेंटर में हुई. सूत्रों की मानें तो गंभीर को टीम इंडिया के मुख्य कोच के तौर पर अपनी योग्यता साबित करने के लिए एक समय सीमा दी गई है. ईटीवी भारत से एक सूत्र ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'अगर भारत ऑस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में खराब प्रदर्शन करता है, तो बोर्ड किसी दूसरे विकल्प के बारे में सोच सकता है. ऐसा भी हो सकता है कि वह (गंभीर) लंबे प्रारूप में कोच की भूमिका खो दें'.
गंभीर को कई मामलों में दोषी पाया गया है और उनसे कप्तान रोहित शर्मा के साथ छह घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई. बल्लेबाजी में उनकी विफलता के साथ-साथ उनकी टीम चयन रणनीति भी चर्चा का विषय रही. न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में इस्तेमाल की गई तेज गेंदबाजों की गेंदबाजी भी उनके खिलाफ गई. कीवी गेंदबाजों ने 22 गज की पिच का फायदा उठाकर भारत को लंबे समय बाद अपने ही घर में हरा दिया.
रोहित-विराट के लिए भी होगा अहम मौका
एजाज पटेल गेंदबाजों में सबसे बेहतरीन रहे, उनके सभी स्पिनर मिशेल सेंटनर, ग्लेन फिलिप्स और ईश सोढ़ी घरेलू धरती पर खेले गए तीनों टेस्ट मैचों में भारतीय बल्लेबाजों पर भारी पड़े. गंभीर के अलावा, ऑस्ट्रेलिया का दौरा दो वरिष्ठ खिलाड़ियों रोहित शर्मा और विराट कोहली के लिए भी अग्निपरीक्षा साबित होगा. अगर वे ऑस्ट्रेलिया में विफल होते हैं, तो उन पर तुरंत गाज नहीं गिरेगी. वे निश्चित रूप से तनाव में होंगे.
बोर्ड के सूत्र ने बताया, 'अगर रोहित और विराट जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी नहीं होंगे, तो टीम के पास लगभग कोई अनुभव नहीं होगा. इसलिए बोर्ड शीर्ष खिलाड़ियों के मामले में धीमी गति से आगे बढ़ेगा. इस बीच यह दूर की कौड़ी हो सकती है, लेकिन अभी भी इस बात पर चर्चा चल रही है कि अगर दिल्ली के पूर्व बाएं हाथ के बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया में विफल रहते हैं, तो लंबी अवधि के प्रारूप में गंभीर की जगह कौन लेगा. जिस नाम पर चर्चा हो रही है, वह है वीवीएस लक्ष्मण जो वर्तमान में बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी का नेतृत्व कर रहे हैं'.