नई दिल्ली : टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी चोटों से परेशान हैं. हर बार जब वह फिट होकर टीम में शामिल होने की कोशिश करते हैं, तो चोट वापस आ जाती है. करीब एक साल से टीम से दूर चल रहे शमी ने घरेलू मैदान पर कीवी टीम के खिलाफ आगामी सीरीज के लिए कड़ी मेहनत की. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला.
टीम से एक साल दूर वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भारत की फाइनल टीम में देरी से शामिल हुए शमी ने शानदार प्रदर्शन से सबको चौंका दिया था. वह किसी की उम्मीद के मुताबिक सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए. लेकिन आईसीसी टूर्नामेंट को लेकर उत्साहित शमी घुटने की चोट से गंभीर रूप से परेशान हैं. मालूम हो कि पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप के बाद सर्जरी कराने और आराम करने वाले शमी ने घोषणा की थी कि वह रणजी में खेलने उतरेंगे.
घुटने की चोट फिर से उभरी भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी फिटनेस हासिल करना चाहते हैं और कम से कम कीवी टीम के खिलाफ सीरीज के लिए वापसी करना चाहते थे. इस तैयारी के दौरान उनके घुठने की चोट फिर से उभर आई. न्यूजीलैंड के साथ सीरीज ही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे को मिलाकर भी यह साफ हो गया था कि यह मुश्किल होगा.
शमी की दोबारा एंट्री कब होगी? फैन्स के मन में सवाल उठे कि बीसीसीआई की मेडिकल टीम क्या करेगी. करीब 10 महीने तक बिना फिटनेस के रहने के बाद शमी मैदान पर उतरने के लिए तैयार हैं. लेकिन हाल ही में उन्हें एक अप्रत्याशित बाधा का सामना करना पड़ा. प्रैक्टिस करते समय पता चला कि घुटने में सूजन है.
बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने तुरंत इसकी जांच की. उन्हें नेशनल क्रिकेट एकेडमी भेजा गया और मेडिकल टेस्ट कराया गया. मेडिकल टेस्ट में पता चला कि 34 साल के शमी सौ फीसदी फिट नहीं हैं. इससे शमी का टेस्ट करियर और खतरे में पड़ गया. रोहित ने कहा, शमी के मामले में हम यह जोखिम नहीं उठा सकते'
कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि टीम इंडिया के तेज गेंदबाज शमी फिजियो और डॉक्टरों के साथ मिलकर कड़ी मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे शमी के मामले में कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते. शमी को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ले जाना मुश्किल होगा. शमी ने खुलासा किया कि उनकी ख्वाहिश 100 फीसदी फिट होने की है और उनके घुटने की चोट फिर से लौट आई है. लेकिन रोहित की टिप्पणियों से ऐसा लगता है कि शमी आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से दूर रहेंगे.
BCCI की आधिकारिक घोषणा का इंतजार BCCI ने शमी की वापसी और चोट पर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है. शमी कब ठीक होंगे? वे फिर कब खेलेंगे? घोषणा के बाद सवालों के जवाब मिलने की संभावना है. मेडिकल टीम कड़ी मशक्कत कर रही है. शमी जल्दी तैयार होने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया में 8 टेस्ट मैचों में उन्होंने 37 विकेट चटकाए टीम इंडिया के पास इस समय अच्छे तेज गेंदबाज हैं. बुमराह और सिराज के साथ युवा गेंदबाज आकाशदीप भी हैं. हालांकि, क्रिकेट विश्लेषकों की राय है कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे में कम से कम चार विशेषज्ञ तेज गेंदबाज होंगे. कहा जा रहा है कि अगर शमी भी टीम में शामिल होते हैं तो पेस डिपार्टमेंट ज्यादा कमजोर नहीं होगा. क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर सख्ती से गेंदबाजी करने वाले शमी ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं. शमी का ऑस्ट्रेलियाई दौरे में अच्छा रिकॉर्ड है. महज 8 टेस्ट मैचों में उन्होंने 37 विकेट चटकाए और अपनी धाक जमाई.
बाहर निकलना आसान नहीं कोई भी खिलाड़ी एक बार भारतीय टीम से बाहर हो जाए तो उसकी वापसी आसान नहीं होती. इसमें दो कारक अहम भूमिका निभाते हैं। दूसरा कारण यह है कि टीम इंडिया तभी मैच जीत सकती है जब वह खिलाड़ी टीम में हो और उस खिलाड़ी के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले खिलाड़ी फॉर्म में न हों. लेकिन, यह यह तथ्य है कि भारत इनमें से किसी भी स्थिति में नहीं है.
युवा क्रिकेटर अपने मौके का इंतजार कर रहे हैं. अब टीम इंडिया को देखकर साफ है कि वे इस दौड़ में किसी भी सीनियर से मुकाबला करने के लिए तैयार हैं. वहीं, हेड कोच गंभीर लड़कों को ज्यादा मौके देने की पहल करते हैं. वह सीनियर खिलाड़ियों को पूरी तरह दरकिनार नहीं करते.
हालांकि, अगर शमी को राष्ट्रीय टीम में वापसी करनी है तो उन्हें चोट से उबरने के बाद रणजी क्रिकेट में अपनी काबिलियत साबित करनी होगी. इस साल शमी का मैदान पर वापसी करना मुश्किल है.