ऐसा रिकॉर्ड जब एक गेंद में बनें 286 रन, फिर रायफल से शूट कर रन बनाने से रोका गया - 286 Runs in 1 Ball
1 Ball 286 Runs Story - क्रिकेट इतिहास में ऐसा भी रिकॉर्ड दर्ज है जिसमें सिर्फ 1 गेंद में 286 रन बने. आज के क्रिकेट के खेल में 6 गेंदों में 6 छक्के या 4 गेंदों में 4 विकेट सुनकर हर कोई हैरान हो जाता है. पढ़ें पूरी खबर...
नई दिल्ली : आज के क्रिकेट के खेल में 6 गेंदों पर 6 छक्के या 4 गेंदों पर 4 विकेट सुनकर हर कोई हैरान हो जाता है. लेकिन एक समय ऐसा भी था जब एक ऐसा रिकॉर्ड कायम हुआ था जो आज भी लोगों को हैरान कर देता है. हम आपको एक ऐसे रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको चौंका देगा, वो है 1 गेंद में 286 रन का रिकॉर्ड. भले ही आज के फैंस को ये बात झूठी लगे लेकिन 130 साल पहले बने इस रिकॉर्ड ने क्रिकेट जगत में सनसनी मचा दी थी.
130 साल पहले की एक अजीब घटना साल था 1894, जब क्रिकेट के मैदान पर एक अजीब घटना घटी थी. बल्लेबाजों ने एक भी चौका या छक्का लगाए बिना सिर्फ 1 गेंद पर वनडे रन बनाए. ईएसपीएनक्रिकइंफो के मुताबिक, जनवरी 1894 में लंदन से प्रकाशित 'पाल-माल गजट' अखबार में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी. जिसमें इस चमत्कारी रिकॉर्ड के बारे में बताया गया. आइए जानें इस रिकॉर्ड के बारे में पूरी सच्चाई और यह कैसे संभव हुआ.
कैसे हुआ था 1894 के उस मैच में जो कुछ भी हुआ वह कैमरे में कैद नहीं हुआ. लेकिन एक अखबार की रिपोर्ट में बताया गया कि एक गेंद पर 286 रन बने, यह घटना 15 जनवरी 1894 की है, जब दो टीमों, विक्टोरिया और स्क्रैच-इलेवन के बीच एक मैच खेला गया था. बोनबरी मैदान मैच का गवाह बना, विक्टोरिया के बल्लेबाज क्रीज पर थे. बल्लेबाज ने जब गेंद पर शॉट खेला तो वह पेड़ पर अटक गई.
6 किलोमीटर तक दौड़े बल्लेबाज गेंद जैसे ही पेड़ पर अटकी, बल्लेबाज भागने लगे. फंसी हुई गेंद को निकालना लगभग असंभव था, इसलिए गेंदबाजी टीम ने अंपायरों से गेंद को खोई हुई घोषित करने की अपील भी की, ताकि बल्लेबाजों को रन बनाने से रोका जा सके. लेकिन अंपायरों ने इसे खारिज कर दिया.
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि फील्डिंग टीम ने पेड़ को काटने का फैसला किया लेकिन कुल्हाड़ी नहीं मिली. हालाँकि, कुछ घंटों के बाद, जब तक गेंद को राइफल के निशाने से हटाया गया और फिर बल्लेबाजों को रन बनाने से रोका गया. बल्लेबाज पिच पर 6 किलोमीटर तक दौड़ चुके थे. आज भी कई लोग इस घटना पर यकीन नहीं करते. हालांकि क्रिकेट के मौजूदा दौर में ऐसा संभव नहीं है.