नई दिल्ली: भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच शुक्रवार यानी 3 जनवरी को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पांचवां और अंतिम टेस्ट मैच सिडनी में भारतीय समयानुसार सुबह 5 बजे से खेला जाने वाला है. यह मैच में पिंक टेस्ट होने वाला है. तो आज हम आपको बताएंगे कि पिंक टेस्ट क्यों और कब खेला जाता है.
क्या है पिंक टेस्ट?
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम कैंसर को मात देने और इस घातक बीमारी के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए पिक टेस्ट खेलती है. कंगारू टीम नई साल का पहला टेस्ट मैच पिंक टेस्ट खेलती है. ये टेस्ट मैच रेड बॉल से ही खेला जाता है लेकिन इस मैच में ऑस्ट्रेलिया टीम पिंक कलर के लोगो वाली ड्रेस पहनकर मैदान पर उतरती है. इसके साथ ही टीम पिंक कैप लगाकर मैदान पर नजर आती है. ऑस्ट्रेलिया साल 2009 से पिंक टेस्ट खेल रही है.
आपको बता दें कि पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा की दिवंगत पत्नी की याद में पिंक टेस्ट खेला जाता है. क्रिकेटर की पत्नी जेन ने ब्रेस्ट कैंसर के चलते साल 2008 में दुनिया को कैंसर की घातक बीमारी के चलते अलविदा कह दिया था. इसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी की याद में मैक्ग्रा फाउंडेशन की स्थापना की, जो ब्रेस्ट कैंसर के रोगियों और उनके परिवारों की मदद करता है.