नई दिल्ली: क्रिकेट में रिकॉर्ड बनना और टूटना आम बात है. लेकिन क्रिकेट के इतिहास में कुछ ऐसे रिकॉर्ड आज भी हैं, जिन्हें कोई नहीं तोड़ पाया है. उनमें से एक रिकॉर्ड है, एक मैच में लगातार 21 मेडन ओवर डालना. जी हां, यह रिकॉर्ड किसी और ने नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज गेंदबाज रमेश चंद्र गंगाराम नाडकर्णी उर्फ 'बाबू नाडकर्णी' ने बनाया है.
बापू बाएं हाथ के स्पिनर थे जो अपनी सटीक लाइन और लेंथ गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे. जब वह गेंदबाजी कर रहे थे तो विरोधी बल्लेबाज रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे. ऐसे महान गेंदबाज ने आज से ठीक 59 साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ मैच में विश्व रिकॉर्ड लिखा था. इस रिकॉर्ड को आज तक कोई भी गेंदबाज नहीं तोड़ पाया है.
लगातार डाले 21 मेडन ओवर भारत और इंग्लैंड के बीच 10 जनवरी 1964 को चेन्नई में टेस्ट मैच खेला गया था. तीसरे दिन यानी 12 जनवरी को इंग्लैंड की टीम अपनी पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी. इस समय भारत के लिए गेंदबाजी करने वाले बापू नाडकर्णी अंग्रेजी बल्लेबाजों के लिए खतरनाक साबित हुए. गेंदबाजी आक्रमण से घबराए अंग्रेज नाडकर्णी द्वारा फेंके गए लगातार 21 ओवरों में एक भी रन नहीं बना सके और सभी गेंदें डॉट रहीं.
इसके साथ ही तीसरे दिन के खेल में उन्होंने कुल 32 ओवर फेंके और कुल 27 मेडन ओवर फेंके. उन्होंने पांच ओवर में एक-एक करके केवल 5 रन दिए. लेकिन विकेट नहीं मिल सका. नाडकर्णी ने अंग्रेजों पर जो दबाव बनाया, उसका बाकी गेंदबाजों ने फायदा उठाया और विकेट चटकाए. इस मैच की दूसरी पारी में उन्होंने सिर्फ 6 ओवर ही गेंदबाजी की क्योंकि उन्हें ज्यादा गेंदबाजी का मौका नहीं मिला. इन 6 ओवरों में उन्होंने सिर्फ 6 रन दिया.
नाडकर्णी का क्रिकेट करियर नाडकर्णी ने अपने क्रिकेट करियर में बहुत कम रन दिए हैं और वह अच्छी इकोनॉमी वाले गेंदबाज बन गए हैं. उन्होंने 41 टेस्ट मैचों में कुल 65 पारियों में गेंदबाजी की है. यानी उन्होंने 9165 गेंदें फेंकी थीं. उन्होंने 1.67 की इकोनॉमी से गेंदबाजी करते हुए 88 विकेट लिए हैं.