ग्रेटर नोएडा में टेबल फैन से सुखाया गया मैदान, खोद डाली गीली आउटफील्ड - AFG vs NZ - AFG VS NZ
Afghanistan vs New Zealand : ग्रेटर नोएडा में मैदान को सुखाने के लिए गीली आउटफील्ड को ही खोद दिया गया. भारत में सुविधाओं का ऐसे अभाव देखने को मिला है कि टेबल फैन से मैदान को सुखाने की कोशिश की जा रही है. पढे़ं पूरी खबर.
नई दिल्ली :अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच ऐतिहासिक एकमात्र टेस्ट की मेजबानी ग्रेटर नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स कर रहा है. हालांकि, गीले आउटफील्ड के कारण सोमवार को पहले दिन का खेल बिना टॉस के रद्द करना पड़ा. वहीं, आज सोमवार को भी अभी तक टॉस नहीं हो सका है. इस मैदान की गिली पिच को ठीक करने के लिए स्टाफ ने ऐसी तकनीक को अपनाया है, जो क्रिकेट में पहले कभी नहीं देखी गई है. मैदान की आउटफील्ड के एक हिस्से के गीले पैच को ठीक करने के लिए खोद दिया गया.
गीले पैच को खोदकर बदला सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो में ग्राउंड स्टाफ आउटफील्ड में एक गीले पैच को खोद रहे हैं, और इसे प्रैक्टिस एरिया से काटकर लाई गई घास से ढक रहे हैं. साथ ही सतह को सुखाने के लिए टेबल फैन का उपयोग कर रहे हैं. दोनों टीमें अभी भी होटल में हैं और मैदान पर नहीं पहुंची हैं. बता दें कि, वहां मौजूद पत्रकारों द्वारा आयोजन स्थल पर कुप्रबंधन और बुनियादी सुविधाओं की कमी की कई रिपोर्ट भी दी गई हैं.
मैदान पर सुविधाओं का अभाव ग्रेटर नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ग्राउंड पर अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेले जाने वाले ऐतिहासिक एकमात्र टेस्ट में मंगलवार को भी मौसम ने खलल डालना जारी रखा. पहले दिन गीले आउटफील्ड के कारण एक भी ओवर नहीं फेंका जा सका, अब रात भर हुई बारिश के कारण टेस्ट के दूसरे दिन फिर से देरी हो रही है. हालांकि, ध्यान देने वाली बात यह है कि अब आसमान साफ है, लेकिन लगातार सुविधाओं के अभाव में आउटफील्ड अभी भी गीला है और मैच शुरू होने के लिए अभी टॉस भी होना बाकी है.
फैंस बीसीसीआई को ठहरा रहे जिम्मेदार अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे इस टेस्ट मैच के शुरू न होने के लिए फैंस बीसीसीआई को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. फैंस का कहना है कि जब दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई एक टेस्ट मैच का तरीके से आयोजन नहीं करा सकता है तो ऐसी अमीरी का क्या फायदा. फैंस बीसीसीआई को खूब खरी खोटी सुना रहे हैं. हालांकि बता दें कि, इस मैदान को बीसीसीआई ने 2017 में बैन कर दिया था.