हैदराबाद:वास्तु शास्त्र भारतीय स्थापत्य विज्ञान है जो हमारे आसपास की ऊर्जा को संतुलित करके जीवन में सुख और समृद्धि लाने पर केंद्रित है. यह हर दिशा और वस्तु के लिए सही स्थान निर्धारित करता है, क्योंकि माना जाता है कि इनसे हमारा भाग्य जुड़ा हुआ है और ये घर की आर्थिक स्थिति को प्रभावित करते हैं. विशेष रूप से, रसोई घर हमारे घर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है, जहां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा का वास माना जाता है.
लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र का कहना है कि रसोई घर की देखभाल और उसमें रखी जाने वाली वस्तुओं के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम बताए गए हैं. इन नियमों का पालन न करने से घर में दरिद्रता, आर्थिक तंगी और मन-मुटाव जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है. आइए जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर में क्या नहीं रखना चाहिए...
टूटे हुए बर्तन:रसोई घर में कभी भी टूटे हुए बर्तन नहीं रखने चाहिए. माना जाता है कि जो व्यक्ति टूटे हुए बर्तनों में खाना खाता है, उसे दुर्भाग्य का सामना करना पड़ सकता है. टूटे बर्तन नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और घर में अशांति पैदा करते हैं.
झाड़ू:झाड़ू को कभी भी रसोई घर में नहीं रखना चाहिए. यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि झाड़ू को सही स्थान पर रखा जाए. गलत स्थान पर झाड़ू रखने से व्यक्ति के काम बिगड़ सकते हैं और दरिद्रता आ सकती है. झाड़ू को हमेशा घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में छुपा कर रखना चाहिए.
प्लास्टिक के कंटेनर:रसोई घर में प्लास्टिक के कंटेनर रखने से बचना चाहिए. प्लास्टिक नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है. इसके बजाय, स्टेनलेस स्टील, कांच, चीनी मिट्टी या लकड़ी के कंटेनर का उपयोग करना बेहतर होता है, जो नकारात्मक ऊर्जा को कम कर सकते हैं.