Budh Surya Yuti 2024: शास्त्रों के मुताबिक सूर्य देव को ग्रहों का राजा माना जाता है, तो वहीं बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है. सूर्य हर महीने अपना राशि परिवर्तन करते हैं, तो वहीं बुध15 से 20 दिनों के अंदर राशि परिवर्तन करते हैं. इस बार जून महीने में बुध और सूर्य दोनों एक ही राशि मिथुन में रहेंगे. जिससे एक बहुत ही शक्तिशाली योग का निर्माण होगा. जिससे चार राशि के जातकों को लाभ ही लाभ होगा.
बनेगा शक्तिशाली बुधादित्य राजयोग
जून माह में 14 जून को बुध मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य भी अपना राशि परिवर्तन करेंगे और मिथुन राशि में रहेंगे. ऐसे में सूर्य और मिथुन अपनी युति बनाएंगे. जिससे बुधादित्य योग का निर्माण होगा. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि 14 जून को बुध ग्रह जिन्हें ग्रहों राजकुमार कहा जाता है, मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, तो वहीं 15 जून को सूर्य देव भी मिथुन राशि में गोचर करेंगे. जिससे मिथुन राशि में सूर्य और बुध की युति बनेगी. जिससे बहुत ही शक्तिशाली बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा.
ज्योतिष आचार्य कहते हैं कि बुधादित्य राजयोग के निर्माण होने से काफी फलदाई माना जाता है. धन, सुख, सौभाग्य, समृद्धि के योग बनते हैं. शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलती है. बुधादित्य राजयोग बनने से चार राशियों के जातकों को बहुत लाभ होंगे. जिसमें मिथुन राशि, सिंह राशि, धनु राशि और मीन राशि है.
मिथुन राशि
मिथुन राशि में सूर्य और बुध के युति से बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा. जो बहुत ही शुभ फलदायक होगा, क्योंकि सूर्य के गोचर से मिथुन राशि के जातकों को तेज की प्राप्ति होगी और बुधादित्य योग के निर्माण से धन लाभ के योग बनेंगे. शिक्षा के क्षेत्र में लाभ होगा. रोजगार के अवसर पैदा होंगे. नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं को लाभ होगा. परिवार में पद प्रतिष्ठा, मान सम्मान, आर्थिक आय के नए साधन बनेंगे.
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों की बात करें तो इस राशि के जातकों के लिए भी काफी लाभप्रद समय रहेगा. सूर्य के राशि परिवर्तन से सिंह राशि वाले जातकों को बहुत लाभ होगा. उनके लिए भी धन लाभ के योग बनेंगे, जो भी कार्य करेंगे, उसमें सफल होंगे. पिछले कुछ समय से जो कार्य रुक जा रहे थे, उनमें भी सफलता मिलेगी. लंबे समय से कहीं अगर पैसा फंसा है, वो भी वापस आएगा. किसी अच्छी जगह पर पैसे का इन्वेस्टमेंट करेंगे. जमीन जायदाद में तरक्की के योग बनेंगे, वृद्धि के योग बनेंगे. आर्थिक आय के स्रोत बढ़ेंगे. व्यापारी वर्ग के लोगों के लिए भी लाभ के अवसर बनेंगे, नए व्यापार की शुरुआत कर सकते हैं.