येरुशलम: गाजा में इजराइली बंधकों की मौत की खबर फैलने के बाद इजराइल में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. इजराइल के अलग-अलग हिस्सों में भारी संख्या में लोग सकड़ पर उतर गए और विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, वैश्विक नेताओं ने इजराइली बंधकों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की.
इजराइल में विरोध प्रदर्शन
गाजा में एक सुरंग में 6 बंधकों की मौत के बाद रविवार को इजराइल में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शनकारी युद्धविराम नहीं करने का आरोप प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर लगाया. उनका कहना था कि युद्धविराम होने पर बंधकों को छुड़ाया जा सकता था. प्रदर्शनकारियों ने बेंजामिन नेतन्याहू से शेष बचे 101 बंधकों को छुड़ाने की मांग की.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारियों से पीएम आवास के बाहर भी हंगामा किया. रविवार रात को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प की खबर भी है. यह विरोध प्रदर्शन करीब 11 महीने पहले गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से इजराइल में सबसे बड़े सरकार विरोधी प्रदर्शनों में से एक था. इस बीच ट्रेड यूनियन ने कहा है कि सरकार पर दबाव बनाने के लिए सोमवार को आम हड़ताल करेंगे.
वैश्विक नेताओं ने संवेदना व्यक्त की
विश्व नेताओं ने गाजा में हमास द्वारा छह इजराइली बंधकों की हत्या पर दुख व्यक्त किया. साथ ही उनके प्रियजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने बंधकों की रिहाई और सभी पक्षों से युद्धविराम समझौते पर सहमति का भी आह्वान किया.
विश्व नेताओं का यह बयान इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) द्वारा यह कहे जाने के बाद आया है कि 7 अक्टूबर को हमास द्वारा जीवित अपहृत किए गए छह बंधकों के शव रात में दक्षिणी गाजा के राफा में एक सुरंग से बरामद किए गए. उन्हें फिलिस्तीनी समूह द्वारा मार दिया गया.
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने कहा कि यह जानना 'विनाशकारी' है कि छह इजराइली बंधकों को हमास ने मार डाला. ऑस्ट्रेलियाई लोग उनके प्रियजनों और उनके नुकसान पर शोक व्यक्त करने वाले सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.
इमैनुएल मैक्रों ने गाजा में हमास द्वारा मारे गए छह इजराइली बंधकों की खोज पर आश्चर्य और आक्रोश व्यक्त किया. उन्होंने तत्काल युद्ध विराम और सभी बंधकों की रिहाई का आह्वान किया. एक्स पर एक पोस्ट में मैक्रों ने कहा, 'गाजा में हमास द्वारा मारे गए छह बंधकों की खोज से सदमे और आक्रोश में हूं. मेरी संवेदनाएं उनके प्रियजनों के साथ हैं. तत्काल युद्धविराम होना चाहिए और बंधकों की रिहाई होनी चाहिए.'