हैदराबाद: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने पड़ोसी देशों को यूएस में शामिल किए जाने की वकालत कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने कनाडा को अमेरिका में शामिल करने को लेकर बयान दिया था. अब उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े द्वीप ग्रीनलैंड और पनामा नहर को अमेरिका के नियंत्रण में लाने की इच्छा जाहिर की है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने फ्लोरिडा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इन मुद्दों पर खुलकर बात की. ट्रंप का कहना है कि अमेरिका की आर्थिक सुरक्षा के लिए दोनों की जरूरत है.
ट्रंप से जब पूछा गया कि क्या वह ग्रीनलैंड या पनामा नहर पर कब्जे के लिए सैन्य या आर्थिक बल का प्रयोग करेंगे? तो उन्होंने कहा, "नहीं, मैं आपको इन दोनों पर ही विश्वास नहीं दिला सकता हूं."
हालांकि, डेनमार्क और पनामा दोनों ने ही ट्रंप के इस सुझाव को नकार दिया है. ग्रीनलैंड, डेनमार्क का स्वायत्त क्षेत्र है, जबकि पनामा नहर पर मध्य अमेरिकी देश पनामा का नियंत्रण है. पनामा नहर उत्तर अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के दो महाद्वीपों को अलग करती है.
इसी तरह, कनाडा को मिलाने की बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका कनाडा की सुरक्षा पर अरबों डॉलर खर्च करता है. इसलिए कनाडा को अमेरिका का एक राज्य होना चाहिए. हालांकि कनाडा के निवर्तमान प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने विलय की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया है.
डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने कहा कि ग्रीनलैंड, ग्रीनलैंड के लोगों का है... सिर्फ स्थानीय लोग ही इसके भविष्य का निर्णय कर सकते हैं. ग्रीनलैंड बिक्री के लिए नहीं है. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि डेनमार्क को नाटो सदस्य अमेरिका के साथ घनिष्ठ सहयोग की जरूरत है. इसी प्रकार, ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री म्यूट इगा ने स्पष्ट किया कि ग्रीनलैंड बिकाऊ नहीं है.
ग्रीनलैंड अमेरिका के लिए क्यों अहम
उत्तरी अमेरिका से यूरोप तक के सबसे छोटे मार्ग पर स्थित द्वीप ग्रीनलैंड एक बड़े अमेरिकी अंतरिक्ष केंद्र का घर है. यह दुर्लभ खनिजों के बड़े भंडार हैं, जो बैटरी और उच्च तकनीक वाले उपकरणों के निर्माण में महत्वपूर्ण हैं. ट्रंप का कहना है कि चीनी और रूसी जहाजों पर नजर रखने के लिए यह द्वीप महत्वपूर्ण है.
- ग्रीनलैंड का कुल क्षेत्रफल 2.16 मिलियन वर्ग किलोमीटर (836,330 वर्ग मील) है, जिसमें अन्य तटवर्ती द्वीप भी शामिल हैं.
- डेनमार्क ने 1721 में द्वीप का उपनिवेश बनाया.
- ग्रीनलैंड में लगभग 57,000 लोग बसे हैं, जिनमें से अधिकांश स्वदेशी इनुइत समुदाय (Inuit Community) के हैं.
- इनुइट ने पिछले लगभग 800 वर्षों से ग्रीनलैंड को आबाद किया है.
- ग्रीनलैंड आधिकारिक तौर पर दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप है.
- यह भौगोलिक दृष्टि से उत्तरी अमेरिका महाद्वीप का हिस्सा है.
- ग्रीनलैंड की अपनी स्थानीय सरकार है, लेकिन इस पर डेनमार्क का भी नियंत्रण है.
- ग्रीनलैंड की आधिकारिक भाषा ग्रीनलैंडिक है.
ग्रीनलैंड पर कब्जा क्यों करना चाहते हैं ट्रंप
ट्रंप की ग्रीनलैंड में नई दिलचस्पी आर्कटिक सुरक्षा के बारे में अमेरिका की बड़ी चिंताओं और रूसी प्रभाव का मुकाबला करने की उसकी इच्छा को दर्शाती है. ग्रीनलैंड पर नियंत्रण हासिल कर, अमेरिका आर्कटिक में अपनी पैठ मजबूत कर सकता है और बहुमूल्य संसाधनों तक पहुंच सुरक्षित कर सकता है.
उत्तरी अमेरिका महाद्वीप का हिस्सा ग्रीनलैंड आर्कटिक से अपनी निकटता और अपने प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों के कारण भू-राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है.
द्वीप का स्थान आर्कटिक तक पहुंच प्रदान करता है, जो प्रभाव और संसाधनों के लिए होड़ करने वाले देशों के लिए बढ़ती रुचि का क्षेत्र है.
ग्रीनलैंड और आर्कटिक में ट्रंप की दिलचस्पी इस क्षेत्र में रूस और चीन से आगे निकलने को लेकर अमेरिका की चिंताओं को दर्शाती है. रूस अपने सहयोगी चीन के साथ पहले से ही आर्कटिक में अपनी पैठ बढ़ाना चाहता है.
अलास्का के कारण अमेरिका आर्कटिक परिषद बहुपक्षीय समूह का सदस्य भी है, उसका लक्ष्य चीन की 'पोलर सिल्क रोड' पहल को रोकना है, जो दुनिया भर में वैकल्पिक मार्ग है.
प्राकृतिक संसाधनों का भंडार
ग्रीनलैंड की विशाल संसाधन क्षमता, जिसमें सोना, चांदी, तांबा, यूरेनियम और संभावित तेल भंडार शामिल हैं, इसे आर्कटिक क्षेत्र में रणनीतिक संपत्ति बनाती है.
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, आर्कटिक क्षेत्र, जिसमें ग्रीनलैंड और कनाडा शामिल हैं, दुनिया की लगभग 30 प्रतिशत गैस और 13 प्रतिशत तेल का घर है. यहां बर्फ के नीचे, अनुमानित एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य की दुर्लभ धातुएं हैं.