वारसॉ (पोलैंड) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को पोलैंड के वारसॉ से अपनी यात्रा के दूसरे चरण के लिए रवाना हुए, जिसमें वे यूक्रेन जाएंगे. 1992 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यूक्रेन यात्रा है. प्रधानमंत्री बुधवार को दो दिवसीय यात्रा पर पोलैंड पहुंचे थे.
भारत से किसी प्रधानमंत्री की पोलैंड यात्रा 45 वर्षों के बाद हुई है. पीएम मोदी ने कहा कि पोलैंड की उनकी यात्रा विशेष रही है और भारत इस देश के साथ घनिष्ठ व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध बनाने के लिए उत्सुक है.
इस संबंध में एक्स में एक पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा कि मेरी पोलैंड यात्रा विशेष रही है. दशकों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने पोलैंड की धरती पर कदम रखा है. इस यात्रा ने एक मूल्यवान मित्र के साथ सहयोग को गहरा करने का अवसर दिया. हम पोलैंड के साथ घनिष्ठ व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध बनाने के लिए उत्सुक हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हमारी मित्रता निश्चित रूप से एक बेहतर ग्रह के निर्माण में योगदान दे सकती है. मैं पोलिश लोगों और सरकार को उनकी गर्मजोशी के लिए धन्यवाद देता हूं.
इससे पहले, पीएम मोदी ने वारसॉ में पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ रचनात्मक चर्चा की. नेताओं ने संबंधों को 'रणनीतिक साझेदारी' के स्तर तक बढ़ाने पर सहमति जताई. उनकी चर्चा में व्यापार और निवेश, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, रक्षा और सुरक्षा, तथा सांस्कृतिक और लोगों के बीच आपसी संपर्क सहित द्विपक्षीय संबंधों के विविध क्षेत्रों को शामिल किया गया. दोनों नेताओं ने आपसी चिंता के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.
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