दिल्ली

delhi

ETV Bharat / international

यूक्रेन संकट के समाधान में योगदान देने का प्रयास है PM मोदी की कीव यात्रा: रूस - Ukrainian crisis

Russia On PM Modi Kyiv Visit: प्रधानमंत्री मोदी की हालिया कीव यात्रा को लेकर प्रतिक्रिया दी है. रूस ने कहा है कि वह प्रधानमंत्री मोदी की कीव यात्रा को यूक्रेनी संकट के राजनीतिक और कूटनीतिक समाधान में एक व्यवहार्य योगदान देने के प्रयास के रूप में देखता है. पढ़ें ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता चंद्रकला चौधरी की रिपोर्ट.

यूक्रेन संकट के समाधान में योगदान देने का प्रयास है PM मोदी की कीव यात्रा
यूक्रेन संकट के समाधान में योगदान देने का प्रयास है PM मोदी की कीव यात्रा (ANI)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 29, 2024, 4:47 PM IST

मॉस्को:प्रधानमंत्री मोदी की हालिया कीव यात्रा को रूस यूक्रेनी संकट के राजनीतिक और कूटनीतिक समाधान में एक व्यवहार्य योगदान देने के प्रयास के रूप में देखता है. इसको लेकर रूसी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को एक ब्रीफिंग में कहा कि हम भारत को एक प्रभावशाली विश्व शक्ति मानते हैं जो अपने राष्ट्रीय हितों के लिए एक स्वतंत्र विदेश नीति अपनाता है.

उन्होंने कहा, "हम रूस-भारत के संबंधों को एक विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के रूप में महत्व देते हैं. हम प्रधानमंत्री मोदी की कीव यात्रा को यूक्रेनी संकट के राजनीतिक और कूटनीतिक समाधान में एक व्यवहार्य योगदान देने के प्रयास के रूप में देखते हैं, साथ ही अन्य देशों के प्रयासों के रूप में भी जो एक निष्पक्ष संतुलित लाइन को आगे बढ़ा रहे हैं."

रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह यूक्रेन मुद्दे पर भारत के साथ बातचीत जारी रखने के लिए तैयार है. हम आपको याद दिलाना चाहेंगे कि रूसी पक्ष ने कभी भी राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से विशेष सैन्य अभियान के लक्ष्यों को प्राप्त करने से इनकार नहीं किया है. हम अपनी व्यावहारिक गतिविधियों में इसे साबित करते हैं.

पीएम मोदी ने पुतिन से की बात
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को ब्रीफ करने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 27 अगस्त को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कीव की अपनी यात्रा और सभी हितधारकों के बीच ईमानदार और व्यावहारिक जुड़ाव की आवश्यकता के बारे में बात की.

रूस शांति में दिलचस्पी नहीं रखता- जेलेंस्की
वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बताया कि रूस शांति में दिलचस्पी नहीं रखता है. उन्होंने भारत से रूसी तेल के आयात को कम करने का आग्रह किया. अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की यूक्रेन की यात्रा को लेकर उनक 'प्रशंसा' की थी. इससे पहले पीएम मोदी ने अपनी मॉस्को यात्रा के दौरान पुतिन को गले लगाया था, जिसको लेकर उनकी आलोचना भी हुई थी.

कूटनीतिक तरीकों समझौता करने की प्रतिबद्धता पर जोर
मोदी-पुतिन फोन कॉल पर क्रेमलिन के बयान के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को कीव की अपनी हालिया यात्रा के बारे में बताया और राजनीतिक-कूटनीतिक तरीकों से यूक्रेन के लिए समझौता करने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया.

विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी ने यूक्रेन की अपनी हालिया यात्रा की जानकारी साझा की. उन्होंने संघर्ष का स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए सभी हितधारकों के बीच संवाद और कूटनीति के साथ-साथ ईमानदार और व्यावहारिक सहभागिता के महत्व को रेखांकित किया.

रूसी बयान में कहा गया है कि पुतिन ने कीव अधिकारियों और उनके पश्चिमी संरक्षकों की विनाशकारी नीतियों का सैद्धांतिक मूल्यांकन किया और संघर्ष को हल करने के लिए रूस के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला.

रूस ने यह भी उल्लेख किया कि पीएम मोदी ने इस साल अक्टूबर में कजान में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में अपनी भागीदारी की पुष्टि की है. इसके साथ ही पीएम मोदी जल्द ही जटिल भू-राजनीतिक परिदृश्य के बीच अक्टूबर में मास्को की एक और यात्रा करेंगे.

यह भी पढ़ें- यूक्रेन में शांति के लिए होने वाले किसी भी शिखर सम्मेलन में रूस को शामिल किया जाना चाहिए : भारत

ABOUT THE AUTHOR

...view details