पाकिस्तान: विदेशी राजनयिकों के काफिले पर आतंकी हमला, पुलिसकर्मी की मौत, चार घायल - Pakistan blast - PAKISTAN BLAST
Pakistan Attack on foreign diplomats: पाकिस्तान में विदेशी राजनयिकों को निशाना बनाकर बड़ा आतंकी हमला किया गया. हालांकि, इस हमले में सभी राजनयिक सुरक्षित हैं. अब तक किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
पाकिस्तान में विदेशी राजनयिकों के काफिले पर आतंकी हमला (प्रतीकात्मक फोटो) (ANI)
स्वात: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के स्वात जिले में रविवार को एक बड़ा विस्फोट हुआ. इस विस्फोट में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई जबकि चार अन्य घायल हो गए. बताया जा रहा है कि यह विस्फोट आतंकियों ने विदेशी राजनयिकों को निशाना बनाकर किया. इस विस्फोट में रिमोट कंट्रोल का इस्तेमाल किया गया. किसी आतंकी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
बताया जाता है कि खैबर पख्तूनख्वा के स्वात जिले से मालम जब्बा जा रहे विदेशी दूतों के काफिले की सुरक्षा कर रही पुलिस वैन को निशाना बनाकर विस्फोट किया गया. यह हमला विदेशी राजनयिकों के एक समूह को निशाना बनाकर किया गया.
जिस पुलिस वाहन को निशाना बनाया गया वह 11 विदेशी राजनयिकों को ले जा रहे काफिले में सबसे आगे था. मृतक पुलिसकर्मी की पहचान बुरहान के रूप में हुई है जबकि चार घायलों में एक सब-इंस्पेक्टर भी शामिल है. इस हमले में सभी राजदूत सुरक्षित हैं. उन्हें इस्लामाबाद भेज दिया गया है. यह विस्फोट शेराबाद उपनगर में उस समय हुआ जब राजनयिक मिंगोरा में चैंबर ऑफ कॉमर्स में एक कार्यक्रम के बाद मालम जब्बा जा रहे थे. काफिले में ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान, ईरान, इथियोपिया, पुर्तगाल, रूस और अन्य देशों के राजदूत शामिल थे. घायलों को सैदु शरीफ स्थित जिला मुख्यालय अस्पताल (डीएचक्यू) ले जाया गया. घटना के बाद इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
अभी तक किसी ने भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान के अनुसार जरदारी ने हमले में मारे गए पुलिस अधिकारी को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने इस घटना में घायल हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की. 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से पाकिस्तान के खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के सीमावर्ती प्रांतों में हिंसक हमले बढ़े हैं.