दक्षिणी गाजा पट्टी से इजरायली सेना की वापसी युद्ध विराम नहीं, राफा है अगला टारगेट - ISRAEL WITHDRAWS ALL GROUND TROOPS - ISRAEL WITHDRAWS ALL GROUND TROOPS
Israel withdraws all ground troops : खान यूनिस इलाके में चार महीने की लंबी लड़ाई के बाद इजराइल रक्षा बलों ने दक्षिणी गाजा पट्टी से सभी जमीनी सैनिकों को वापस ले लिया है. हालांकि, यह युद्ध विराम के संकेत नहीं हैं. इजरायली अधिकारियों ने कहा कि अब सेना राफा में हमास को निशाना बनायेगी. इसलिए दक्षिणी गाजा पट्टी से सेना का हटाया गया है.
जेरूसलम: इजरायल की सेना ने रविवार को घोषणा की कि उसने दक्षिणी गाजा शहर खान यूनिस से अपनी सेना वापस ले ली है. सेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि वे हमास आतंकवादी समूह के खिलाफ अपने जमीनी हमले में एक महत्वपूर्ण चरण पूरा कर रहे हैं. युद्ध शुरू होने के छह महीने बाद पहली बार इजरायल क्षेत्र में अपनी सेना की उपस्थिति को सबसे निचले स्तर पर ला रहे हैं. हालांकि, यह सेना की यह वापसी युद्ध विराम का संकेत नहीं माना जा सकता है.
इजरायल विरोधी प्रदर्शन में शामिल फिलिस्तीनी लोग. (AP)
रक्षा अधिकारियों ने कहा कि सैनिक केवल पुनः एकत्रित हो रहे हैं. उनका अगला लक्ष्य हमास के आखिरी गढ़ राफा है. वापस बुलाये गये सैनिक रफा की ओर कूच करेंगे. सैन्य प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने कहा कि गाजा में युद्ध जारी है और हम अभी युद्ध विराम से बहुत दूर हैं. उन्होंने स्थानीय प्रसारक चैनल 13 टीवी ने बताया था कि इजरायल एक सप्ताह के भीतर राफा को हमास के कब्जे से छुड़ाने की कोशिश शुरू करेगा इस प्रक्रिया में कई महीने लग सकते हैं.
इजरायल विरोधी प्रदर्शन में शामिल फिलिस्तीनी लोग. (AP)
फिर भी, खान यूनिस से सेना की वापसी एक मील का पत्थर मानी जायेगी. सैन्य अधिकारियों ने सेना की नीति के तहत नाम न छापने की शर्त पर कहा कि एक 'महत्वपूर्ण बल' गाजा में 'कार्रवाई की स्वतंत्रता' के साथ लक्षित अभियान जारी रखने के लिए बना हुआ है. खान यूनिस, हमास का गढ़ और समूह के नेता येह्या सिनवार का गृहनगर भी शामिल है.
इजरायल विरोधी प्रदर्शन में शामिल फिलिस्तीनी लोग. (AP)
रविवार को खान यूनिस में एपी वीडियो में दिखाया गया कि कुछ लोग टूटी हुई बहुमंजिला इमारतों वाले परिदृश्य में लौट रहे हैं. लोग मलबे पर चढ़ कर अवशेषों का पता लगाने की कोशिश कर रहे थे. पलटी हुई गाड़ियां और घरों के जले हुए अवशेष नजर आ रहे हैं. इजराइल ने कई हफ्तों से पास के राफा में जमीनी हमले की चेतावनी देकर रखी है.
बंधकों की रिहाई के मांग करते इजरायली लोग. (AP)
बता दें कि राफा में लगभग 14 लाख लोगों रहते हैं जो गाजा की आधी से अधिक आबादी के बराबर है. आक्रामक हमले की संभावना ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है. इजरायल के शीर्ष सहयोगी, अमेरिका ने भी इसको लेकर चिंता जतायी है. अमेरिका ने इजरायल को नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक विश्वसनीय योजना तैयार करने की हिदायत दी है. माना जा रहा है कि खान यूनिस के सेना की वापसी के बाद राफा के लोग उस तरफ पलायन कर सकते हैं.
बंधकों की रिहाई के मांग करते इजरायली लोग. (AP)
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने राफा हमले पर अमेरिकी विरोध दोहराया. उन्होंने एबीसी को बताया कि अमेरिका का मानना है कि आंशिक इजरायली वापसी वास्तव में इन सैनिकों को आराम देने के लिए है. वे छह महीने से युद्ध के मैदान में हैं.
बंधकों की रिहाई के मांग करते इजरायली लोग. (AP)
युद्ध की शुरुआत में इजरायल की सेना ने चुपचाप तबाह उत्तरी गाजा से सैनिकों को हटा लिया. लेकिन उसने उन क्षेत्रों में हवाई हमले और छापेमारी जारी रखी है जहां उसका कहना है कि हमास फिर से उभर आया है, जिसमें गाजा का सबसे बड़ा अस्पताल शिफा भी शामिल है, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने 'एक खाली खोल' कहा है.
बंधकों की रिहाई के मांग करते इजरायली लोग. (AP)
दूसरी ओर इजरायल की बात करें तो यूद्ध के छह महीने का समय इजरायल में बढ़ती निराशा के साथ पूरा हुआ है. जहां सरकार विरोधी प्रदर्शन तेज हो गए हैं. इस बात पर गुस्सा बढ़ रहा है कि सरकार बचे हुए 130 बंधकों को छुड़ाने की ओर ध्यान नहीं दे रही है. हालांकि, सरकारी सूत्रों का मानना है कि इन 130 लोगों में लगभग एक चौथाई बंधकों अब जीवित नहीं हैं.
इजरायल विरोधी प्रदर्शन में शामिल फिलिस्तीनी लोग. (AP)
हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर को गाजा से इजरायल में प्रवेश करते समय लगभग 250 लोगों को बंदी बना लिया और 1,200 लोगों को मार डाला, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. यरूशलेम में नेसेट के बाहर बंधकों के परिवारों की ओर से आयोजित एक रैली में कई हजार प्रदर्शनकारियों ने 'बंधक समझौते को अभी' करने का आह्वान किया. दक्षिणी इजरायल में, रोते हुए रिश्तेदार एक संगीत समारोह स्थल पर एकत्र हुए जहां 7 अक्टूबर को 300 से अधिक लोग मारे गए थे.
इजरायली सैनिक की अंतिम यात्रा में शामिल परिजन और फौज के लोग.(AP)
बंधकों की रिहाई के बदले में संघर्ष विराम की तलाश में बातचीत रविवार को काहिरा में फिर से शुरू होने की उम्मीद थी. नाम न छापने की शर्त पर बात करने वाले एक इजरायली अधिकारी के अनुसार, मोसाद खुफिया एजेंसी के प्रमुख के नेतृत्व में एक इजरायली प्रतिनिधिमंडल काहिरा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इजराइल समझौते के लिए तैयार है. नेतन्याहू ने कहा, इजराइल आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार नहीं है, और जोर देकर कहा कि इजराइल पर अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण ही हमास अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है.अब कार्रवाई के लिए दबाव बढ़ गया है.
गाजा में इजरायली हवाई हमले में उनके सात वर्ल्ड सेंट्रल किचन सहयोगियों की मौत के कुछ दिनों बाद शेफ जोस एंड्रेस ने एबीसी को बताया कि यह आतंक के विरुद्ध युद्ध नहीं लगता. यह अब इजरायल की रक्षा के बारे में युद्ध नहीं लगता. यह वास्तव में, इस बिंदु पर, ऐसा लगता है कि यह मानवता के खिलाफ युद्ध है. क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण नए समुद्री मार्ग पर सहायता वितरण को निलंबित कर दिया गया था. इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज ने युद्ध के छह महीने पूरे होने पर कहा कि गाजा में मानवता को पूरी तरह से त्याग दिया गया है.
बंधकों की रिहाई के मांग करते इजरायली लोग. (AP)
संयुक्त राष्ट्र और साझेदारों ने अब गाजा में 1 मिलियन से अधिक लोगों के लिए 'आसन्न अकाल' की चेतावनी दी है. जिसे देखते हुए मानवतावादी कार्यकर्ताओं ने इजरायल से भूमि पर सहायता वितरण पर प्रतिबंधों को ढीला करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा है कि यह बढ़ती जरूरतों को पूरा करने का एकमात्र तरीका है क्योंकि कुछ फिलिस्तीनियों को खाने के लिए खरपतवार की तलाश है. हजारों सहायता ट्रक गाजा में प्रवेश करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स यूएसए के कार्यकारी निदेशक एवरिल बेनोइट ने सीबीएस को बताया कि यह लोगों का धीमी गति से किया गया नरसंहार है, जिसमें उन्हें पिछले छह महीनों से भोजन और पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है. युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में बच्चों को जन्म देने वाली माताएं विशेष रूप से असुरक्षित हैं.
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल की बमबारी में मारे गए 38 लोगों के शव पिछले 24 घंटों में क्षेत्र के शेष कार्यात्मक अस्पतालों में लाए गए हैं. इसमें कहा गया है कि युद्ध शुरू होने के बाद से 33,175 लोग मारे गए हैं. दावा है कि मृतकों में से दो-तिहाई बच्चे और महिलाएं हैं. इजरायल की सेना को लगातार नुकसान हो रहा है, जिसमें खान यूनिस भी शामिल है, जहां सेना ने कहा कि चार सैनिक मारे गए.
इजरायल सरकार के अनुसार, 7 अक्टूबर से अब तक 600 से अधिक इजरायली सैनिक मारे गए हैं, जिनमें से 260 गाजा जमीनी ऑपरेशन में मारे गए हैं. एक व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष के बारे में चिंताएं जारी रहीं क्योंकि एक शीर्ष ईरानी सैन्य सलाहकार ने इजरायल को चेतावनी दी कि दमिश्क में पिछले हफ्ते की स्ट्राइक के बाद उसका कोई भी दूतावास सुरक्षित नहीं है. हमले के बाद जनरल ने कहा कि इजरायली शासन का कोई भी दूतावास अब सुरक्षित नहीं है.
अर्ध-आधिकारिक तस्नीम एजेंसी ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सैन्य सलाहकार रहीम सफवी के हवाले से कहा कि इजरायल ने सीधे तौर पर अपनी संलिप्तता स्वीकार नहीं की है. नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल किसी भी प्रतिक्रिया के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाएगा या हमें नुकसान पहुंचाने की योजना बनाएगा, हम उन्हें नुकसान पहुंचाएंगे.