पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा सीनेट के अध्यक्ष चुने गए - Pakistan Yousuf Raza
Pakistan Former PM Gillani elected Senate Chairman: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी एक बार फिर चर्चा में हैं. उन्हें पाकिस्तान के उच्च सदन के अध्यक्ष के रूप में चुना गया.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा सीनेट के अध्यक्ष चुने गए (फोटो आईएएनएस)
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी सीनेट के अध्यक्ष चुने गए हैं. वहीं, उपाध्यक्ष के रूप में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता सैयदल खान नासिर को चुना गया है. डॉन के हवाले से यह रिपोर्ट दी गई.
रिपोर्ट के अनुसार सीनेट सचिव कासिम समद खान ने पाकिस्तान संसद के ऊपरी सदन में शीर्ष भूमिकाओं के लिए उनके चुनाव की पुष्टि की. मंगलवार को पाकिस्तान सीनेट के एक सत्र में 41 नवनिर्वाचित सीनेटरों ने सदन के सदस्यों के रूप में शपथ ली. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नेताओं के विरोध के बीच सांसदों ने शपथ ली.
सदन के पटल पर पीटीआई सीनेटर अली जफर ने कहा कि जिस सत्र के दौरान चेयरपर्सन और डिप्टी चेयरपर्सन का चुनाव किया जाएगा, उसे खैबर पख्तूनख्वा में सीनेट चुनाव होने तक स्थगित कर दिया जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि पीटीआई सीनेट अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में भाग नहीं लेगी. इससे पहले मार्च में आधे सदस्यों की सेवानिवृत्ति के बाद पाकिस्तान का उच्च सदन निष्क्रिय हो गया था. इस महीने की शुरुआत में इस्लामाबाद, पंजाब और सिंध में चुनाव हुए थे.
हालांकि, डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई शासित खैबर पख्तूनख्वा में सीनेट चुनाव नहीं हुए, जहां प्रांतीय विधानसभा अध्यक्ष बाबर स्वाति द्वारा आरक्षित सीटों पर विपक्षी सांसदों को शपथ दिलाने से इनकार करने के कारण सीनेट चुनाव में देरी हुई. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने सीनेट चुनावों में 19 सीटें हासिल कीं.
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन अब 85 में से 59 सीटों पर नियंत्रण रखता है. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार सीनेट के पहले सत्र के पीठासीन अधिकारी हैं. इशाक डार ने 2 अप्रैल को इस्लामाबाद से टेक्नोक्रेट सीट पर जीत हासिल की थी. पीटीआई सीनेटर मोहम्मद हुमायूं मोहमंद ने डार द्वारा सीनेट सत्र की अध्यक्षता करने पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारी ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जो पहले से ही सीनेटर हो.