कैंसर सेल्स हमारे शरीर के किसी भी हिस्से में पनप सकती हैं यहां तक की हमारी हड्डियां भी इससे सुरक्षित नहीं है. हड्डियों का कैंसर या बोन कैंसर वैसे तो कैंसर के कम प्रचलित प्रकारों में से एक माना जाता है यानी इसके अपेक्षाकृत कम मामले देखने-सुनने में आते हैं, लेकिन ज्यादा चिंता की बात यह है कि बोन कैंसर के ज्यादा मामले बच्चों और युवाओं में देखने में आते हैं.
हड्डियों में कैंसर का कारण : देहरादून के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. हेम जोशी बताते हैं कि हड्डियों का कैंसर एक गंभीर और जटिल बीमारी है, जो हड्डियों के ऊतकों में असामान्य और अनियंत्रित कोशिका वृद्धि के कारण होती है. वह बताते हैं कि वैसे तो यह बीमारी जीवन के किसी भी चरण में हो सकती है, लेकिन आमतौर पर यह बच्चों और युवाओं में अधिक देखी जाती है. यही नहीं पुरुषों में हड्डियों के कैंसर का खतरा महिलाओं की तुलना में थोड़ा अधिक होता है.
वह बताते हैं कि कैंसर कोशिकाओं के पनपने के स्थान तथा कुछ अन्य अवस्थाओं के आधार पर बोन या अस्थि कैंसर के आमतौर पर चार प्रकार माने जाते हैं, ऑस्टियो सारकोमा, इविंग सारकोमा, चोंड्रोसारकोमा और कॉड्रोमा. इनमें ऑस्टियो सारकोमा के सबसे ज्यादा मामले देखे जाते हैं और इसके मामले युवाओं में अधिक देखे जाते हैं. वहीं चोंड्रोसारकोमा बुजुर्गों में अधिक पाया जाता है. डॉ हेम जोशी बताते हैं कि हड्डियों में कैंसर के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
- जेनेटिक फैक्टर्स: यदि परिवार में किसी को हड्डियों का कैंसर हुआ है, तो अन्य सदस्यों में इसके होने की संभावना बढ़ जाती है.
- आयोनाइजिंग रेडिएशन: उच्च स्तर के विकिरण के संपर्क में आने से हड्डियों के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. यह विकिरण चिकित्सा उपचार या परमाणु दुर्घटनाओं के कारण हो सकता है.
- अन्य कैंसर: कुछ मामलों में, शरीर के अन्य भागों में कैंसर हड्डियों में फैल सकता है. इसे मेटास्टैटिक बोन कैंसर कहते हैं.