ब्रेस्ट कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में होने वाला सबसे कॉमन कैंसर है, जिसका सही टाइम पर इलाज न किया जाए, तो यह काफी गंभीर और जानलेवा भी हो सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार जिन बच्चियों का मेंस्ट्रुअल साइकिल समय से पहले शुरू हो गया हो, विशेषज्ञ उन्हें ब्रेस्ट कैंसर का आसान शिकार मानते हैं. हालांकि समय रहते पहचान होने पर इसका इलाज होमियोपैथ और एलोपैथ दोनों में संभव है.
कम उम्र में ही क्यों हो रहा ब्रेस्ट कैंसर?
कुछ दशक पहले तक ब्रेस्ट कैंसर के मामले 50 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं में होते थे. लेकिन अब 30 से 40 साल की उम्र की महिलाएं इस कैंसर का शिकार हो रही हैं. आईसीएमआर के अनुसार, भारत में साल 2020 में 13.9 लाख कैंसर के मामले सामने आए थे. लेकिन, 2025 तक इसके 15 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है. महिलाओं में कैंसर के सभी मामलों का प्रमुख कारण स्तन कैंसर है. पिछले एक दशक में इस कैंसर के मामलों में 22 फीसदी की वृद्धि हुई है, लेकिन स्तन कैंसर कम उम्र में ही क्यों होता है? इस खबर में विशेषज्ञों से इसके बारे में जानें...
समय से पहले पीरियड और हार्मोनल बदलाव
ETV भारत से खास बातचीत में गुरुग्राम स्थित फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ निदेशक मेडिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. नितेश रोहतगी ने कहा कि कम उम्र की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले खतरनाक रूप से बढ़ रहे हैं, महिलाओं में कई कारणों से कम उम्र में स्तन कैंसर होने का खतरा होता है. हार्मोन लेवल में गिरावट ब्रेस्ट कैंसर का प्रमुख कारण माना जाता है. ऐसा एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के स्तर में गिरावट के कारण होता है. इसके अलावा, मासिक चक्र समय से पूर्व शुरू हो जाना भी इस बीमारी का कारण होता है.
पारिवारिक इतिहास शामिल
डॉ. रोहतगी ने कहा कि युवा महिलाओं में स्तन कैंसर के और भी कई कारण हैं, जिनमें पारिवारिक इतिहास शामिल है. ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी के परिवार में उसकी मां को यह कैंसर है तो यह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में चला जाता है. ज्यादातर मामलों में ब्रेस्ट कैंसर का एग्जैक्ट रीजन पता नहीं चल पाता है. हालांकि, शोधकर्ताओं ने ऐसी कई चीजें के बारे में पता लगाया है, जो ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाता हैं. इनमें पर्यावरण में मौजूद चीजें भी शामिल हैं.
खराब जीवनशैली
डॉ. रोहतगी ने कहा कि अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण भी यह रोग होता है, उन्होंने कहा कि लोग अक्सर उचित व्यायाम, मोटापा, जंक फूड और मन, शरीर और पोषण से संबंधित ओवरऑल हेल्थ से संबंधित जरूरी और बेसिक बातों को अनदेखा कर देते हैं. जो भविष्य में कैंसर का कारण बनती है.