हैदराबाद:भारत में लोग ज्यादातर चावल खाते हैं. चावल हमारे देश में कई लोगों का पेट भरता है. वैसे तो उत्तर भारत में गेहूं का आटा मुख्य भोजन माना जाता है, लेकिन दक्षिण भारत समेत कुछ राज्यों में चावल ही मुख्य भोजन माना जाता है. ऐसे में जब चावल पकाने की बारी आती है तो अधिकांश घरों में लोग चावल को धोकर तुरंत पका लेते हैं.
लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा करना काफी गलत है. चावल को तुरंत धोकर पकाने से लोग कई स्वास्थ्य लाभों से वंचित रह जाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि चावल को लंबे समय तक भिगोकर पकाने से कई फायदे मिलते हैं. इस खबर में विस्तार से जानिए कि चावल को धोकर पकाने से क्या-क्या हेल्थ बेनिफिट्स मिलते हैं...
ब्लड शुगर लेवल: कई डॉक्टरों का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा चावल नहीं खाना चाहिए. क्योंकि, चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा देता है. वहीं, इसपर विशेषज्ञों का कहना है कि चावल को तुरंत धोकर पकाने की बजाय थोड़ी देर पानी में भिगोकर छोड़ने से यह स्तर कम हो जाता है और शुगर का स्तर बढ़ने से बच जाता है. कहा जाता है कि ऐसा करने से मधुमेह रोगियों को चावल खाने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी.
पोषक तत्वों को अवशोषित करता है: चावल में कई पोषक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर के लिए अच्छे होते हैं. चावल को पकाने से पहले कुछ देर तक पानी में भिगोकर छोड़ने और उसके बाद पकाकर खाने से ये सभी पोषक तत्व शरीर द्वारा एब्जॉर्ब हो जाते हैं.
पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है: कई लोगों को अपच और कब्ज जैसी समस्याएं होती हैं. जिन लोगों को ऐसी समस्या है उन्हें चावल कुछ देत तक भिगोकर छोड़ने और उसके बाद पकाकर खाने से फायदा हो सकता है. ऐसा कहा जाता है कि इस तरह से चावल को पकाने से पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली बेहतर होती है.