पटना: डेंगू के खिलाफ लड़ाई में बिहार काफी तेज गति से कम कर रहा है. टीका बनाने का काम काफी तेज गति से चल रहा है ताकि वैक्सीन तैयार कर डेंगू से लोगों को बचाया जा सके. डेंगू से परेशान लोगों के लिए टीका बनाने को लेकर पटना में डेंगू वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल का तीसरा चरण शुरू हो गया है. जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक 26 सितंबर से यह तीसरा ट्रायल शुरू हुआ है. इसके तहत अब तक छह लोगों को टीका भी लग चुका है और बिहार में लगभग 500 लोगों को यह टीका लगेगा.
कहां तैयार हो रहा है डेंगू का वैक्सीन?:भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के पटना स्थित केंद्र राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान (RMRIMS) में डेंगू के खिलाफ वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है. ट्रायल में शामिल लोगों कि वैज्ञानिकों की टीम 2 साल तक निगरानी करेगी. वैक्सीन से शरीर पर क्या प्रभाव हुआ है और डेंगू के खिलाफ इम्यून सिस्टम कितना मजबूत हुआ है, इसका अध्ययन करेगी. वैक्सीन बनाने में आईसीएमआर और पैनेशिया बायोटेक लिमिटेड मिलकर काम कर रही है.
देशभर के 19 केंद्र पर चल रहा परीक्षण:RMRIMS के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि डेंगू के खिलाफ तैयार किया जा रहे वैक्सीन के परीक्षण के लिए देशभर में 19 केंद्र चुने गए हैं. इन केंद्रों पर 10000 लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है और वैज्ञानिकों की टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर रखेगी. इसी में शामिल एक केंद्र है आरएमआरआईएमएस, जहां वैक्सीन के ट्रायल के तहत 500 लोगों को टीका दिया जाना है. ट्रायल के लिए वैक्सीन संस्थान में सितंबर में उपलब्ध हुई इसके बाद से जो लोग वैक्सीन के ट्रायल के लिए अपनी सहमति दे रहे हैं, उन्हें ट्रायल में मेडिकल चेकअप के बाद शामिल किया जा रहा है. संस्थान में अब तक छह लोगों को टीका लगा चुका है.
वैक्सीन के आने से पटना को मिलेगी राहत:डेंगू के खिलाफ वैक्सीन के आने से बिहार और खास कर पटना को काफी राहत मिलेगी. बिहार में ईश्वर अब तक 4500 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं, जिसमें अकेले पटना में ही 2200 से अधिक डेंगू के मरीज मिले हैं. इनमें से 12 मरीज की डेंगू से मौत भी हुई है. अभी भी बिहार में डेंगू के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं और पटना हॉटस्पॉट बना हुआ है. डेंगू के खिलाफ नगर निगम फॉगिंग और एंटी लार्वा छिड़काव का बड़ा अभियान हर वर्ष डेंगू के समय चलता है लेकिन इसका कोई विशेष प्रभाव नजर नहीं आता है. ऐसे में डेंगू के वैक्सीन से लोगों को काफी उम्मीदें हैं कि हम डेंगू को हरा पाएंगे.