नई दिल्लीः हर साल20 मार्च को विश्व हेड इंजरी जागरूकता दिवस मनाया जाता है. इस दिन लोगों को सिर की चोट से बचाव के प्रति जागरूक किया जाता है. ब्रेन इंजरी अक्सर मस्तिष्क के दबाव से जुड़ा होता है. लोकनायक अस्पताल में न्यूरोसर्जरी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डा. पीएन पांडेय का कहना है कि सिर की चोट को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए. सिर की चोट को हल्के में लेने पर इसका बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. सिर की चोट कई बार जीवन भर के लिए दिव्यांग भी बना सकती है और जान भी ले सकती है.
हेड इंजरी को कभी ना करें इग्नोर वर्ना उठाने पड़ सकते हैं गंभीर परिणाम, जानें इस मामले में कहते हैं डॉक्टर - World head injury awareness day
World head injury awareness day special : हेड इंजरी मस्तिष्क, खोपड़ी या खोपड़ी पर लगी चोट को कहते है. यह हल्के उभार या चोट से लेकर दर्दनाक मस्तिष्क की चोट तक हो सकता है.इसलिए सिर की चोट को लेकर कभी भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए. विश्व हेड इंजरी जागरूकता दिवस पर जानिए क्या कहते हैं डॉक्टर.
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Published : Mar 20, 2024, 11:24 AM IST
|Updated : Mar 20, 2024, 11:46 AM IST
खतरनाक होती है सिर की चोट
डा. पीएन पांडेय के अनुसार सिर या मस्तिष्क में लगी चोट इसलिए खतरनाक होती है क्योंकि सिर में चोट लगने से अंदरूनी हिस्सों खून बहना , सूजन आना शामिल होता है. कई बार गंभीर चोट लगने से मस्तिष्क की नसों और टिश्यूज को भी नुकसान पहुंच सकता है. साथ ही कई बार आंखों पर भी इसका असर पड़ सकता है. डा. पांडेय ने बताया कि आंकड़ों के अनुसार भारत में हर सात मिनट में हेड इंजरी से एक मौत हो जाती है.
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अपोलो अस्पताल में ब्रेन एंड स्पाइन सर्जन विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि सिर में चोट लगने पर सावधानी बरतना भी बहुत आवश्यक होता है. सिर में चोट लगने पर ये बरतें सावधानी. - सिर में चोट लगने पर इन बातों का रखें ख्याल
- सिर में चोट लगने पर घाव पर दबाव न डालें.
- घाव को खुद से धोने या साफ करने की कोशिश न करें.
- सिर चोट लगने वाले व्यक्ति को ज्यादा हिलाने या डुलाने का प्रयास न करें
- बाइक चलाते हुए सिर में चोट लगने पर हेलमेट को निकालने का प्रयास न करें.
चोट लगने के 48 घंटे तक शराब नहीं पीनी चाहिए.
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