हैदराबाद: पुरुषों में लिंग में दर्द कई बार किसी गंभीर संक्रमण या रोग के प्रभाव के चलते हो सकता है. जो ध्यान ना देने पर असहनीय दर्द व अन्य परेशानियों के ज्यादा बढ़ने तथा समस्या के प्रभाव ज्यादा गंभीर होने का कारण भी बन सकता है. इसलिए बहुत जरूरी हैं कि लिंग में दर्द तथा इसके साथ कुछ अन्य असामान्य लक्षण नजर आने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लिया जाय. चिकित्सकों की माने तो लिंग में दर्द वैसे तो आम समस्या है लेकिन ध्यान ना देने व सही समय पर सही इलाज ना करवाने की अवस्था में कभी-कभी यह आम समस्या भी गंभीर प्रभावों व परेशानियों का कारण बन सकती हैं.
लिंग में दर्द के कारण :एंड्रोलॉजिस्ट डॉ शेखर के राव बताते हैं कि पुरुषों में लिंग में दर्द के कई कारण हो सकते हैं. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
- पुरुषों में प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन, जिसे प्रोस्टेटाइटिस कहा जाता है, लिंग में दर्द का कारण बन सकती है. प्रोस्टेटाइटिस के लिए आमतौर पर बैक्टीरियल संक्रमण को जिम्मेदार माना जाता है. लिंग में दर्द के साथ इस समस्या में पेशाब में कठिनाई और बुखार जैसी समस्याएं भी हो सकती है.
- यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन भी कभी-कभी पुरुषों में लिंग में दर्द का कारण बन सकता है. यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में पेशाब करते समय पीड़ित को मूत्रमार्ग में तेज जलन और दर्द महसूस हो सकता है.
- सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन/ एसटीआई जैसे गोनोरिया, क्लैमाइडिया और हर्पीस के कारण भी लिंग में दर्द हो सकता है. एसटीआई में लिंग में दर्द के साथ असामान्य डिस्चार्ज, पेशाब में जलन, खुजली और पेशाब करने में परेशानी जैसे लक्षण भी नजर आते हैं.
- कई बार खेलते समय, किसी दुर्घटना के कारण, अनुचित तरीके से सेक्स के दौरान या कुछ अन्य कारणों से लिंग में चोट लगने या लिंग फ्रैक्चर होने पर भी लिंग में दर्द महसूस हो सकता है.
- पेरोनी रोग , जिसमें फाइब्रस टिश्यू में समस्या के कारण लिंग में टेढ़ेपन की समस्या हो सकती है, भी कई बार लिंग में दर्द का कारण बन सकता है. सेक्स या इरेक्शन के दौरान कई बार यह रोग लिंग में तीव्र दर्द का कारण भी बन सकता है.
- मूत्रमार्ग में पथरी या स्टोन भी कई बार लिंग में दर्द का कारण बन सकता है. इस अवस्था में कई बार मूत्र करते समय लिंग में दर्द के साथ जलन और रुकावट महसूस हो सकती हैं.
- कभी-कभी इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए ली जाने वाली कुछ दवाएं भी लिंग में दर्द का कारण बन सकती हैं. दरअसल ये दवाएं लिंग में रक्त प्रवाह को बढ़ाती हैं, जिससे कभी-कभी इरेक्शन के दौरान भी लिंग में तेज दर्द हो सकता है.
- इसके अलावा लिंग की चमड़ी या फोरस्किन से जुड़ी समस्याएओं जैसे फिमोसिस व पैराफिमोसिस आदि के कारण भी लिंग के आगे के हिस्से में सूजन व तेज दर्द की समस्या हो सकती है.
इलाज और रोकथाम :डॉ शेखर.के राव बताते हैं कि संक्रमण, दुर्घटना या किसी भी कारण से लिंग में दर्द की शुरुआत होने तथा अन्य लक्षणों के साथ दर्द के ज्यादा तेज दर्द होने को शर्म, अहम या किसी अन्य कारण से नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिए. वह बताते हैं कि लिंग में लगातार दर्द के साथ स्खलन या डिस्चार्ज के दौरान, तथा पेशाब करते समय तीव्र दर्द व असहजता महसूस होने, लिंग के आगे के भाग पर सूजन या लालिमा नजर आने, लिंग से असामान्य डिस्चार्ज होने या वीर्य का रंग बदलने, पेशाब या वीर्य में खून आने तथा लिंग के आसपास की नसों में तनाव व त्वचा में रैश या चकत्ते नजर आने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. जिससे समय पर जांच व इलाज हो सके और समस्या का समय से सही निदान और उपचार हो पाए.