आइजोल: पूरे भारत में आजकल यूपीआई के जरिये लेन-देन हो रहा है. ठेले वाले से लेकर बड़े व्यवसायी तक यूपीआई के जरिये पेमेंट लेते हैं. इसके लिए लोग क्यूआर कोड रखते हैं, जिसे स्कैन कर ग्राहक पैसों का भुगतान करते हैं. इस बीच, मिजोरम के आइजोल में क्यूआर कोड से धोखाधड़ी का चौंकाने वाला और लोगों को सतर्क करने वाला मामला सामने आया है.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि आइजोल में पेट्रोल पंप पर स्कैन के लिए चस्पा किए गए क्यूआर कोड स्टिकर को बदलकर धोखाधड़ी करने के आरोप में 23 वर्षीय युवक को रविवार को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि आरोपी की पहचान एच. लालरोहलुआ के रूप में हुई है, जो वर्तमान में आइजोल के आर्म्ड वेंग (Armed Veng) इलाके में रहता है.
मिजोरम के पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) लालबियाकथांगा खियांगटे ने बताया कि शनिवार को आइजोल के ट्रेजरी स्क्वायर स्थित मिजोफेड के पेट्रोल पंप के प्रबंधक से शिकायत मिली थी कि ग्राहकों द्वारा लेन-देन के लिए फिलिंग स्टेशन पर चस्पा किए गए क्यूआर कोड स्टिकर को उस दिन दोपहर करीब 3 बजे किसी बदमाश ने बदल दिया था.
उन्होंने बताया कि शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जांच शुरू की और रविवार को संदेह के आधार पर लालरोहलुआ को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सख्ती से पूछताछ करने के बाद आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया. हालांकि, पूर्व में उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं रहा है. धोखाधड़ी के लिए आरोपी ने अपना खुद का गूगल पे क्यूआर कोड प्रिंट किया और सरकारी कंपनी मिजोफेड के वैध क्यूआर कोड की जगह इसे पेट्रोल पंप पर चस्पा कर दिया.
भुगतान करने वाले को 890 रुपये वापस भेजे
उन्होंने आगे बताया कि आरोपी ने गूगल पे के माध्यम से तीन लेन-देन में 2,315 रुपये प्राप्त किए और भुगतानकर्ताओं में से एक को 890 रुपये वापस कर दिए. उसने शेष 1,425 रुपये खर्च कर दिए.
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