Heel Pain Treatment : शरीर में दर्द होना एक सामान्य समस्या है, लेकिन अगर दर्द एड़ी में हो, तो यह ना केवल असुविधाजनक होता है बल्कि पीड़ित के लिए चलने-फिरने में भी कठिनाई का कारण बन सकता है. एड़ी में दर्द कई कारणों से हो सकता है जो हल्के से लेकर गंभीर हो सकते है. इस समस्या के कारणों को समय पर पहचान कर इसका उपचार करना आवश्यक होता है क्योंकि कई बार यह समस्या गंभीर दर्द के साथ अन्य समस्याओं का कारण भी बन सकती हैं.
कारण: जानकार बताते हैं कि एड़ी में दर्द के कई कारण हो सकते हैं. इस समस्या के लिए व्यवहार व जीवनशैली से जुड़ी गलत आदतों के साथ कई बार स्वास्थ्य समस्याएं भी जिम्मेदार हो सकती हैं. नई दिल्ली (दक्षिण) के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश अग्रवाल बताते हैं कि आजकल एड़ी में दर्द की समस्या के मामले काफी ज्यादा बढ़ गए हैं. इसके मामले सिर्फ बुजुर्गों में ही नहीं बल्कि युवाओं में भी काफी ज्यादा नजर आने लगे है.
इसके लिए जिम्मेदार सामान्य जीवनशैली से जुड़े कारणों की बात करें तो उनमें बहुत ज्यादा देर तक खड़े रहना, या बहुत देर तक चलना, गलत साइज के, बहुत ज्यादा ऊंची एड़ी वाले या असहजता महसूस कराने वाले जूते या चप्पल पहनना तथा अचानक से वजन बढ़ना, विशेषतौर पर जिम्मेदार हो सकते हैं. वहीं कई बार कुछ रोग या स्वास्थ्य समस्या, चोट के कारण एड़ी में चोट व सूजन, किसी अन्य कारण से शारीरिक असंतुलन तथा शरीर में पोषण की कमी के कारण भी एड़ी में लंबे समय तक दर्द बना रह सकता है.
Orthopedic specialist Dr. Rakesh Aggarwal बताते हैं कि यदि एड़ी में दर्द के लिए किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या या चोट जिम्मेदार हो तो इस समस्या को नजरअंदाज बिल्कुल नहीं करना चाहिए. एड़ी में दर्द के लिए जिम्मेदार स्वास्थ्य संबंधी कारणों में प्लांटर फैसीआइटिस तथा एचिलिस टेंडिनाइटिस काफी आम होती है. इनमें प्लांटर फैसीआइटिस में एड़ी के नीचे के ऊतक में सूजन आ जाती है. यह स्थिति आमतौर पर उन लोगों में पाई जाती है जो लंबे समय तक खड़े रहते हैं या जो भारी वजन उठाते हैं. वहीं एचिलीस टेंडिनाइटिस में किसी चोट या अन्य कारण से पिंडली की मांसपेशियों को एड़ी की हड्डी से जोड़ने वाले टेंडन या उत्तक में दर्द, सूजन या अकड़न होने लगती है. इसके अलावा एड़ी में फ्रैक्चर, बर्साइटिस, पैर के तलवे सपाट होने, एड़ी में बम्प या उभार आने, हील स्पर्स तथा टखने व एड़ी के गठिया के प्रभाव के आने के कारण भी यह समस्या हो सकती है. वहीं कई बार साइटिका या कमर में दर्द के बढ़ने पर भी एड़ी में दर्द बढ़ने की समस्या के होने या बढ़ने की आशंका हो सकती है.
इग्नोर करने पड़ेगा बहुत भारी: डॉ राकेश अग्रवाल बताते हैं कि बहुत जरूरी हैं कि एड़ी में लगातार दर्द होने की समस्या को नजर अंदाज ना किया जाय क्योंकि यह समस्या ना सिर्फ खड़े होने या चलने में दर्द व असहजता का कारण बन सकती है बल्कि कई बार टेंडन, मांसपेशियों या हड्डी में चोट या समस्या के चलते उनके क्षतिग्रस्त होने या समस्या के प्रभावों के गंभीर होने का कारण भी बन सकती हैं.
क्या है निदान : Dr Rakesh Aggarwal, Orthopedic specialist बताते हैं कि एड़ी के दर्द की समस्या की जांच व इलाज उसके कारण पर निर्भर करती है. ज्यादातर मामलों में इस समस्या में दवाओं, व्यायाम, वैकल्पिक चिकित्सा (जैसे फिजियोथेरेपी आदि) तथा कुछ सावधानियों का ध्यान रखने से राहत मिल जाती है. इसके इलाज की बात करें तो कारण के आधार पर इस समस्या में चिकित्सक पीड़ित के लिए फिजियोथेरेपी, आराम, स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज और एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाइयां प्रिस्क्राइब करते हैं.