हैदराबाद: गर्मी के मौसम में कभी स्वच्छता के अभाव तो कभी शरीर में पानी की कमी के चलते महिलाओं व पुरुषों, दोनों में यौन अंगों व उनके आसपास की त्वचा में समस्याओं के मामले बढ़ जाते हैं. जानकार मानते हैं की यदि विशेषकर इस मौसम में यौन अंगों की सफाई को अनदेखा किया जाय तथा खान-पान से जुड़ी जरूरी बातों को ध्यान में ना रखा जाय तो यौन अंगों व उनके आसपास की त्वचा में खुजली, जलन और फंगल संक्रमण के साथ महिलाओं में यीस्ट संक्रमण तथा यूटीआई का जोखिम भी बढ़ सकता है.
ये समस्याएं करती हैं परेशान : उत्तराखंड की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ विजयलक्ष्मी बताती हैं कि महिला हों या पुरुष, दोनों में ही यौन अंगों की सफाई व स्वच्छता का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. वह बताती हैं कि यौन अंगों व उनके आसपास की त्वचा बहुत संवेदनशील होती है. उस पर गर्मी के मौसम में ज्यादातर लोगों को अंदरूनी अंगों में मौजूद बालों में ज्यादा पसीना आने की समस्या रहती है. ऐसे में अगर गलत प्रकार के अंतःवस्त्र/अंडरवियर पहनने या अन्य कारणों से उन क्षेत्रों में पसीना सूख ना पाए तो त्वचा पर गंदगी जमा होने लगती है. ऐसे में इन क्षेत्रों में यदि नियमित स्वच्छता और सफाई का ध्यान ना रखा जाय तो वहां बैक्टिरिया तथा यीस्ट पनपने का जोखिम बढ़ जाता है,जो ज्यादा खुजली, जलन, रेशेज तथा फंगल इन्फेक्शन सहित कुछ अन्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है.
गर्मी के मौसम में विशेषकर महिलाओं में योनि व उसके आसपास की त्वचा में होने वाली समस्याओं की बात करें तो इस मौसम में उनमें योनि के आसपास मौजूद बालों व त्वचा में जोड़ वाले स्थानों पर खुजली, जलन, दानें, फंगल इन्फेक्शन तथा शरीर में डिहाइड्रेशन के कारण योनि में सूखापन, यीस्ट संक्रमण, बैक्टीरियल वेजिनोसिस तथा यूटीआई जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
वहीं पुरुषों की बात करें उनमें ज्यादा गर्मी के कारण लिंग तथा स्क्रोटम के आसपास की त्वचा में बहुत ज्यादा खुजली, जलन, रैशेज, और कई बार ज्यादा खुजलाने के कारण घाव भी हो सकते हैं. वह बताती हैं कि गर्मी के मौसम में महिलाओं व पुरुषों दोनों में ही शरीर में पानी की कमी होने पर पेशाब में जलन या असहजता जैसी परेशानी हो सकती है. वहीं गर्मियों में मौसम में शरीर में पानी की कमी हार्मोन को भी प्रभावित कर सकती है. ऐसे में विशेषकर पुरुषों में सेक्स के लिए इच्छा में कमी आ सकती है.