हैदराबाद: मस्तिष्क शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है. न्यूरॉन्स की मदद से मस्तिष्क पूरे शरीर को नियंत्रित करता है. आदेश देता है कि कैसे कार्य करना है. मस्तिष्क संबंधी समस्याएं हमारे पूरे शरीर और जीवन को प्रभावित कर सकती हैं. इसलिए, दिमाग को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है. हालांकि, हमारी जीवनशैली के कारण अक्सर ऐसा नहीं होता है. हमारे खानपान और दैनिक जीवन में कुछ ऐसी आदतें होती हैं. जो अनजाने में हमारे मस्तिष्क को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं.
यह हमारी याददाश्त, सोचने की क्षमता, एकाग्रता आदि पर बहुत प्रभाव डालता है. उस हानिकारक आदत और खानपान से छुटकारा पाना बहुत जरूरी है. आइए जानें मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए क्या खाएं, इसके साथ ही वे कौन-कौन सी आदतें है जो धीरे-धीरे हमारे दिमाग को नुकसान पहुंचा रहे हैं...
विशेषज्ञों का कहना है कि डाइट के प्रति एक जागरूकता उम्र बढ़ने के साथ मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. पोषण विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए, सबसे अच्छी रणनीति फलों, सब्जियों, और साबुत अनाज से भरपूर एक बैलेंस डाइट पैटर्न का पालन करना है. प्लांट-बेस्ड प्रोटीन और मछली का ऑप्शन इसके लिए चुनने की सलाह दी जाती है. इसके साथ ही विशेषज्ञ को यह भी कहना है कि सैचुरेटेड फैट की तुलना में जैतून का तेल या कैनोला ऑयल जैसे हेल्दी फैट को प्राथमिकता दें.
हाल के अध्ययनों ने कई प्रमुख खाद्य पदार्थों(staple foods) की पहचान की है जो न केवल मस्तिष्क के कार्य को लाभ पहुंचाते हैं बल्कि हार्ट और वैस्कुलर स्वास्थ्य का भी समर्थन करते हैं, इनमें शामिल है...
पत्तेदार साग:केल, पालक, कोलार्ड ग्रीन्स और ब्रोकोली जैसी सब्जियां विटामिन K, ल्यूटिन, फोलेट और बीटा-कैरोटीन सहित आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं. माना जाता है कि ये पोषक तत्व संज्ञानात्मक गिरावट को धीमा करने में मदद करते हैं, जिससे पत्तेदार साग मस्तिष्क-स्वस्थ आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाते हैं.
वसायुक्त मछली (Fatty fish): सैल्मन, कॉड, डिब्बाबंद लाइट टूना और पोलाक जैसी मछली की किस्में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं, जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं. ये हेल्दी फैट बीटा-एमाइलॉयड के स्तर को कम करने में मदद करते हैं, जो अल्जाइमर रोग से जुड़ा एक प्रोटीन है. इन मछलियों को अपने भोजन में सप्ताह में कम से कम दो बार शामिल करने का लक्ष्य रखें. जो लोग मछली का आनंद नहीं लेते हैं, उनके लिए ओमेगा-3 सप्लीमेंट या प्लांट-बेस्ड सोर्स जैसे कि अलसी, एवोकाडो और अखरोट अच्छे विकल्प हैं.