शहडोल. ठंड के मौसम में फूलगोभी (cauliflower) काफी पसंद की जाने वाली सब्जियों में से एक है, लेकिन पिछले कुछ सालों से फूलगोभी की अलग-अलग वैराइटी भी देखने को मिल रही हैं. वहीं अब मार्केट में रंग बिरंगी फूल गोभियों (colourful cauliflower) ने एंट्री मार ली है. इस बार तो शहडोल जिले की सब्जी मंडी में भी कई दुकानों पर सतरंगी गोभियां आपको देखने को मिल रही हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये किस तरह की फूलगोभी हैं और क्या ये सेहत के लिए इतनी लाभकारी हैं? आइए जानते हैं.
कलरफुल फूल गोभी क्या है?
आखिर अलग-अलग कलर में पाई जाने वाली ये फूलगोभी किस तरह की फूलगोभी कहलाती है, और यह क्यों विशेष होती है? इसे लेकर कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह कहते हैं, 'ये जो कलरफुल फूलगोभी हैं इसे बायो फोर्टीफाइड फूलगोभी कहते हैं, आजकल आपको तरह-तरह की कलरफुल फसल देखने को मिल जाएंगी, जैसे काला गेहूं, नीला गेहूं, काला टमाटर, काला चावल. तो यह सभी बायो फोर्टीफाइड होती हैं, मतलब इनमें अलग-अलग तरह के पोषक तत्व ज्यादा पाए जाते हैं, जिस कलर की फसल उस तरह के पोषक तत्व की मात्रा ज्यादा होती है.'
बायोफोर्टीफाइड फूल गोभी क्यों है खास?
आखिर यह बायो फोर्टीफाइड फूलगोभी या जिसे हम कलरफुल फूलगोभी कहते हैं यह क्यों खास होती है? इसे लेकर कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह कहते हैं, ' यह जो बायो फोर्टीफाइड फूलगोभी होती हैं, इनमें अलग-अलग कलर की फूल गोभी की अलग-अलग विशेषता होती है और अलग-अलग तरह के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. जैसे पीले कलर की फूलगोभी की बात करें तो इसमें कैरोटीन बहुत ज्यादा पाया जाता है. आजकल देखा जाता है कि ज्यादातर लोगों को चश्मा लगता है चाहे फिर वह बच्चे ही क्यों ना हों, मतलब उनमें कैरोटीन की कमी है, ऐसे में यह जो पीले कलर की गोभी है, वो ऐसी समस्याओं से बचा सकती है.'