हैदराबाद: फिल्म डायरेक्टर सुधा कोंगरा ने हाल ही में एक प्राइवेट यूट्यूब चैनल पर दिए गए इंटरव्यू में देश के स्वतंत्रता पूर्व और बाद के प्रमुख नेता विनायक दामोदर सावरकर के बारे में विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरीं. उनके कमेंट ने काफी बहस और आलोचना को जन्म दिया, जिसके बाद कोंगरा को सोशल मीडिया पर माफी मांगनी पड़ी.
वायरल इंटरव्यू में कोंगरा ने हिंदुत्व विचारधारा के अग्रदूत के रूप में सावरकर की प्रशंसा की और महिला शिक्षा के लिए उनके सपोर्ट पर भी कमेंट किया. उन्होंने कहा कि सावरकर ने सामाजिक विरोध के बावजूद अपनी पत्नी की एजुकेशन को सपोर्ट किया और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा, 'जब गांव में हर कोई लड़कियों की शिक्षा के खिलाफ था, तब भी उन्होंने अपनी पत्नी का सपोर्ट किया और उसे पढ़ाई करवाई.
हालांकि, यह दावा गलत था. सामाजिक विरोधों के बीच महिला शिक्षा को सपोर्ट और उसकी वकालात करने का वास्तविक श्रेय ज्योतिबा फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले को जाता है. ज्योतिबा फुले एक प्रमुख समाज सुधारक थे जिन्होंने महिलाओं और शोषितों के लिए शिक्षा की वकालत की और सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका बनीं. ग्रामीणों द्वारा पत्थरबाजी समेत कई विरोधों का सामना करने के बावजूद, वे अपने मिशन में लगे रहे.