हैदराबाद: 'किंग ऑफ सोलफुल वॉयज ' कहे जाने वाले दिग्गज सिंगर अरिजीत सिंह आज किसी भी पहचान के मोहताज नहीं है. अरिजीत ने अपनी सोलफुल वॉयज से लाखों को दीवाना कर रखा है. आज (25 अप्रैल को) इस दिग्गज सिंगर का 37वां जन्मदिन है. दुनिया भर के फैंस उनके खास दिन का जश्न मना रहे हैं. वहीं, उनके पर्सनल लाइफ के बात करें तो अरिजीत की शुरुआती करियर से लेकर सिंगिग स्टार बनने तक का सफर काफी दिलचस्प है, खासकर उनका सिंगिंग करियर.
अरिजीत सिंह का जन्म 25 अप्रैल 1987 को पश्चिम बंगाल के जियागंज, मुर्शिदाबाद में एक पंजाबी फैमिली में हुआ था. उनके पिता कक्कड़ सिंह सिख धर्म के थे, जबकि मां अदिति सिंह एक बंगाली हिंदू थीं.
रियलिटी शो से हो गए थे बाहरसिंगर बनने का सपना देखने वाले अरिजीत सिंह 2005 में एक रियलिटी शो 'फेम गुरुकुल' में नजर आए थे. उनकी जादुई आवाज ने शो के जजों का दिल जीत लिया था. लेकिन जनता से कम वोट मिलने के कारण उन्हें शो से बाहर होना पड़ा था.
ईला अरुण के सामने फूट-फूटकर रोए थे अरिजीत सिंह
इसी शो के दौरान अरिजीत सिंह के साथ एक घटना भी घटी थी. शो में अरिजीत ने दूसरे कंटेस्टेंट के साथ मिलकर एक कंटेस्टेंट को वोट आउट कर दिया था. उनके इस रवैया से शो की हेड ईला अरुण काफी नाराज हुई थीं. उन्होंने अरिजीत सिंह को अपने फेवरेट कंटेस्टेंट लिस्ट से बाहर कर दिया था. अरिजीत ने उन्हें काफी मनाने की कोशिश की. वे ईला अरुण के पैर पकड़ने तक को तैयार थे. दोनों के बीच काफी बातचीत हुई. इस बीच ईला ने अरिजीत को बेसुरा तक कह दिया था. उन्होंने अरिजीत से कहा, 'क्या मुझे बुरा लगने का हक नहीं है? सुरीला आर्टिस्ट सुर में हो, और निजी जिंदगी में बेसुरा हो, वो मुझसे बर्दाश्त नहीं होता.' सीनियर की ऐसी बात सुनकर वह रो पड़े और कहा कि वो उनकी बहुत इज्जत करते हैं.
ईला ने कहा, 'तुम्हारे लिए संबंध कोई मायने रखते हैं? सोचना कभी. क्या मैं तुम्हारे लिए सिर्फ टीचर हूं? क्या मेरा और तुम्हारा कुर्सी से अलग कोई संबंध था? तुम ऐसे तो नहीं हो कि जब तुम कुछ बन जाओगे तो सारे रिश्तों को ताक पर रख दोगे? जावेद भाई ने कहा था कि इससे अच्छे से बात करिए. ये एक दिन स्टार बन गया तो पूछेगा नहीं.' ईला अरुण की यह बात सुनकर अरिजीत फूट-फूटकर रोने लगते है और ईशा आश्वासन दिलाने की कोशिश करते हैं कि वे ऐसा कभी नहीं करेंगे. ईला उन्हें कहती हैं, 'अगर तुम अच्छे इंसान नहीं बने, तो कितने भी अच्छे सिंगर बन जाओ, तुम नीचे गिर जाओगे.' यह सुनकर उनके आंसू रुकने का नाम नहीं लिया.
आशिकी-2 से मिली पहचान
एक पुराने इंटरव्यू में अरिजीत ने अपने लाइफ के उस टर्निंग प्वाइंट के बारे में जिक्र किया, जहां वे रातोंरात एक प्लेबैक सिंगर से सिंगिंग स्टार बन गए. इंटरव्यू में सिंगर ने बताया कि 2010 में जब वे सिंगिग के लिए कई स्टूडियो में ऑडिशन दे रहे थे तब उन्हें सिंगर प्रीतम का कॉल आया था. अरिजीत सिंह ने उनके अंडर असिस्टेंट के तौर पर काम किया. प्रीतम उनके काम से काफी खुश भी थे. इस बीच उन्हें फिल्म ‘आशिकी-2’ में अपनी आवाज देने का मौका मिला. इस फिल्म ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया. इसके बाद उन्होंने पहली बार ‘आशिकी-2’ के गानों के लिए लाइव कॉन्सर्ट किया. उस दौरान उनका अगला गाना 'कबीरा' (ये जवानी है दीवानी) के एडिटिंग पर भी काम चल रहा था. ये गाना अरिजीत सिंह के काफी करीब था.
अवॉर्ड्स
अरिजीत सिंह को उनकी सुरीली आवाज के लिए काफी सारे अवॉर्ड्स मिले हैं. उन्हें 5 मिर्ची म्यूजिक अवॉर्ड्स, 7 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स, 5 जी सिने अवॉर्ड्स, 5 आईफा अवॉर्ड्स, 4 स्क्रीन अवॉर्ड्स और 1 स्टारडस्ट अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने लगातार 5 सालों (2016 से 2020) तक फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता था.