मुंबई: कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को सेंसेक्स 941.88 अंक टूटकर 78,782.24 अंक पर और निफ्टी 309 अंक के नुकसान से 23,995.35 अंक पर बंद हुआ. भारतीय शेयर बाजार में सोमवार, 4 नवंबर को व्यापक स्तर पर बिकवाली देखी गई, जिसमें बेंचमार्क सूचकांक - सेंसेक्स और निफ्टी 50 - में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई और मिड-कैप और स्मॉल-कैप सेगमेंट में 2 प्रतिशत तक की गिरावट आई.
विश्लेषकों ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी अनिश्चितता और चीन में वृद्धि तेज करने के लिए नए प्रोत्साहन उपायों की उम्मीद ने भारतीय बाजारों में बिकवाली बढ़ाने का काम किया. बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 941.88 अंक यानी 1.18 प्रतिशत गिरकर 78,782.24 अंक पर बंद हुआ जो छह अगस्त के बाद का सबसे निचला बंद स्तर है. कारोबार के दौरान एक समय यह 1,491.52 अंक गिरकर 78,232.60 अंक पर आ गया था. हालांकि, अंतिम कारोबारी घंटे में निचले स्तर पर खरीदारी आने से इस गिरावट पर थोड़ी लगाम लगी.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 309 अंक यानी 1.27 प्रतिशत गिरकर 23,995.35 अंक पर बंद हुआ. इस तरह निफ्टी 24,000 अंक से नीचे आ गया. विश्लेषकों ने कहा कि पांच नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले अनिश्चितता और चीन में वृद्धि तेज करने के लिए नया प्रोत्साहन पैकेज आने की उम्मीदों ने भारतीय शेयरों में बिकवाली को गति दी.
इसके अलावा विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने भी बाजार में धारणा को कमजोर किया. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 211.93 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी. सेंसेक्स की कंपनियों में से अदाणी पोर्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक और टाइटन में प्रमुख रूप से गिरावट दर्ज की गई.