नई दिल्ली : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 16 पैसे गिरकर 86.56 (अस्थायी) पर बंद हुआ. विदेशों में डॉलर के मजबूत होने, कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और विदेशी कोषों की निकासी से रुपये में गिरावट आई.
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि हालांकि, सकारात्मक घरेलू शेयर बाजारों ने निचले स्तर पर कुछ राहत प्रदान की. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 86.42 पर खुला और 86.37 के दिन के उच्चतम स्तर को छूने के बाद सत्र के अंत में 86.56 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 16 पैसे की गिरावट है.
बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे की बढ़त के साथ 86.40 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. इससे एक दिन पहले यह अपने सबसे निचले स्तर से 17 पैसे के उछाल के साथ बंद हुआ था. मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि आयातकों द्वारा डॉलर की बढ़ती मांग के कारण रुपये में गिरावट आई.
उन्होंने कहा, ‘‘आयातक डॉलर खरीदना जारी रख सकते हैं, जिससे रुपये पर दबाव बढ़ सकता है. व्यापारी खुदरा बिक्री और अमेरिका से साप्ताहिक बेरोजगारी दावों के आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं. डॉलर-रुपये का हाजिर भाव 86.35 रुपये से 86.75 रुपये के दायरे में रहने की उम्मीद है.’’