मुंबई:शेयर बाजार में गिरावट लगातार जारी है. इस गिरावट को देखकर निवेशक दुविधा में हैं. वे यह तय नहीं कर पा रहे हैं, कि वे बाजार में निवेशित रहें या फिर अपने पैसे निकाल लें. इस बीच प्रूडेंशियल आईसीआईसीआई एएमसी के सीआईओ और फंड मैनेजर एस. नरेन की एक टिप्पणी ने निवेशकों को और अधिक भ्रमित कर दिया है. नरेन ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे मिड कैप और स्मॉल कैप से अपने पैसे डालना रोक दे. उनकी राय से विपरीत एडलवाइस म्यूचुअल फंड की सीईओ राधिका गुप्ता ने निवेशकों को इस तरह की बहस में न पड़ने की सलाह दी है. उन्होंने निवेशकों को निवेशित रहने की सलाह दी है. इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत ने वेल्थ प्लानर पंकज मिश्रा से बात की है. उन्होंने क्या कहा, यहां पढ़ें.
एस नरेन ने जो भी कहा उसके पीछे कारण है. उनको ऐसा लगता है कि मिड कैप और स्मॉल कैप में अधिक पैसा आ गया है, इसलिए इस समय निवेशकों को उससे अपना पैसा निकाल लेना चाहिए. हालांकि, मेरी राय कुछ अलग है. मुझे लगता है कि निवेशकों को स्मॉल कैप और मिड कैप कंपनी की ओर ध्यान देना चाहिए, लेकिन बेहतर यह होगा कि निवेश के लिए वे एसआईपी का तरीका अपनाएं. देखिए अगर मार्केट में वोलैटिलिटी रहती है तो ऐसी स्थिति में एसआईपी के जरिए निवेश करने से आपको ज्यादा यूनिट आवंटित होता है. इस लिहाज से देखेंगे तो यदि आपका लक्ष्य पांच साल या 10 साल का है, तो मिड कैप या स्मॉल कैप में एसआईपी के जरिए निवेश किया जा सकता है.- पंकज मिश्रा, वेल्थ प्लानर, भोपाल.
एस नरेन ने क्या कहा था
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते प्रूडेंशियल आईसीआईसीआई एएमसी के सीआईओ और फंड मैनेजर एस. नरेन ने टिप्पणी की थी कि स्मॉल कैप और मिड कैप शेयर ओवरवैल्यूड हैं. उन्होंने निवेशकों से इस सेगमेंट से बाहर निकालने की सलाह दी थी.