नई दिल्ली:अब पासपोर्ट बनवाने के लिए लंबी दूरी तय करने की जरूरत नहीं होगी. केंद्र सरकार ने एक नई पहल की है, जिसके तहत अगले 5 सालों में डाकघरों के जरिए पासपोर्ट सेवा केंद्रों (पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्रों- POPSK) की संख्या 442 से बढ़ाकर 600 करने की योजना है. इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को उनके नजदीकी डाकघर में पासपोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराना है. इस पहल के तहत अब नागरिक अपने नजदीकी डाकघर के कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं. इस सुविधा से लाखों लोग बिना किसी परेशानी के आसानी से पासपोर्ट बनवा सकेंगे.
डाक विभाग और विदेश मंत्रालय (MEA) के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर हो चुके हैं, जिसमें कहा गया है कि 2028-29 तक यह सुविधा पूरे देश में लागू कर दी जाएगी. इसके बाद हर साल ग्राहकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी होने की संभावना है, जो 35 लाख से बढ़कर एक करोड़ तक हो सकती है.