लखनऊ:यूपी सरकार के आगामी बजट में इस बार अयोध्या और राम की झलक दिखेगी. योगी सरकार 2024 के लोकसभा चुनाव में अयोध्या और राम के नाम पर पूरी महफ़िल लूटने का काम करेगी, ऐसे के सरकार के बजट में भी लोकसभा चुनाव से पहले योजनाओं में इसका असर देखने को मिलेगा. सरकार आगामी दो फरवरी से शुरू होने जा रहे अपने बजट को अब तक का सबसे बड़ा बजट लाने की तैयारी कर रही है. वित्त विभाग के स्तर पर बजट की तैयारियों को अंतिम रूप देने का काम किया जा रहा है.
2 फरवरी से बजट सत्र होगा: बजट करीब साढ़े सात लाख करोड़ (Yogi government likely to unveil Rs 7.5 lakh crore budget) के आकार का हो सकता है. उच्च पदस्थ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश विधानमंडल सत्र पर इस बार अयोध्या और भगवान श्री राम की झलक साफ-साफ नजर आएगी. प्राण प्रतिष्ठा के 10 दिन बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने 2 फरवरी से बजट सत्र बुलाया है. इससे एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) अपने मंत्रिमंडल के साथियों के साथ भगवान श्री रामलला के दर्शन करेंगे और अगले दिन उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर बजट सत्र की शुरुआत होगी.
योजनाओं में अयोध्या और राम की छाप दिखेगी:बजट सत्र के अभिभाषण से लेकर सरकार की तमाम योजनाओं में अयोध्या और राम की छाप दिखाई देगी. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सरकार अपने बजट के माध्यम से कई लोक लुभावना घोषणाएं करने का काम करेगी श्री राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ अयोध्या का चौहमुखी विकास करने के लिए एक साथ कई परियोजना है शुरू और की जा सकती हैं. पर्यटन संस्कृति नगर विकास परिवहन आवास जैसे विभागों से अयोध्या में और क्या कुछ बेहतर किया जा सकता है उसको लेकर प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में भगवान राम के सहारे वोट बैंक पर पूरा फोकस का प्रयास करेगी.
लोकसभा चुनाव में काम गिनाएगी बीजेपी:दरअसल भले भारतीय जनता पार्टी से सियासी चश्मा से देखने के दावे करती हो लेकिन भारतीय जनता पार्टी अपने सभी चुनावी घोषणा पत्रों में भगवान राम का अयोध्या में मंदिर निर्माण कराए जाने की हमेशा प्रतिबद्धता जताते आई है. अब जब अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है और देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचकर दर्शन कर रहे हैं तो स्वाभाविक रूप से भारतीय जनता पार्टी इसका सियासी फायदा लेने से कोई कोर कसर नहीं छोड़ने वाली.