नई दिल्ली: भारतीय रेलवे को देश की अर्थव्यवस्था की लाइफ लाइन और रीढ़ माना जाता है.ऐसे में रेल मंत्रालय ने अपने बुनियादी ढांचे और यात्री अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कई उपाय किए हैं. इसके लिए नेशनल ट्रांसपोर्टर ने एक ऐसी व्यवस्था शुरू की है, जिसके तहत रेल यात्री ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से ट्रेन टिकट खरीद सकते हैं.
यात्री भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) की आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से अपनी ट्रेन टिकट ऑनलाइन बुक कर सकते हैं. इसके लिए, यूजर्स के पास आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर अकाउंट होना चाहिए और अगर किसी के पास अकाउंट नहीं है तो उसे फ्यूचर में ट्रेन बुकिंग के लिए एक नया अकाउंट बनाना होगा.
PRS काउंटर से बुक कर सकते हैं टिकट
IRCTC की वेबसाइट के अलावा रेल यात्री पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) काउंटर के जरिए भी अपनी टिकट बुक कर सकते हैं. बता दें कि PRS रेलवे स्टेशनों पर स्थित एक टिकट बुकिंग विंडो है. यह एक कम्प्यूटराइज सिस्टम होता है, जो यात्रियों को ऑनलाइन या PRS काउंटर पर टिकट बुक करने और रद्द करने की सुविधा देता है. PRS काउंटर वीकेंग को छोड़कर हर दिन सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक खुले रहते हैं. हालांकि, काम करने का समय जगह-जगह अलग-अलग होता है.
क्या रेलवे काउंटर से महंगा होता है IRCTC से टिकट खरीदना?
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने हाल ही में संसद में चल रहे बजट सत्र 2025 में उठाए. ईटी नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने पूछा कि क्या IRCTC के जरिए ऑनलाइन ट्रेन टिकट खरीदने के लिए यात्रियों को रेलवे काउंटर पर टिकट खरीदने वालों की तुलना में ज़्यादा पैसे देने पड़ते हैं? इनकी कीमतों के अंतर के पीछे क्या कारण है? क्या सरकार IRCTC की ऑनलाइन टिकट बुकिंग सेवा के मूल्य निर्धारण ढांचे की समीक्षा और सुधार करने की योजना बना रही है?