केरलः वालयार बलात्कार मामले में सीबीआई ने पीड़िताओं के माता-पिता के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल की है. दोनों पर बलात्कार के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है. एर्नाकुलम की सीबीआई अदालत में अंतिम आरोप पत्र प्रस्तुत किया गया. आरोप है कि उन्होंने बलात्कार के बारे में जानकारी छिपाई. आरोप पत्र में यह भी कहा गया है कि घटना की सूचना समय पर पुलिस को नहीं दी गई. उन पर पोक्सो और आईपीसी की धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं.
सीबीआई ने की जांचः 7 जनवरी 2017 को अट्टापल्लम में एक 13 वर्षीय लड़की अपने घर में लटकी हुई पाई गई थी. लगभग तीन महीने बाद, 4 मार्च को उसकी नौ वर्षीय बहन भी उसी घर में लटकी हुई पाई गई. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई कि बच्चियों की मौत से पहले उनका यौन शोषण किया गया था. 22 जून 2017 को पुलिस ने आरोपी वी मधु, शिबू, प्रदीप और कुट्टीमधु उर्फ एम मधु के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की. अप्रैल 2021 में सीबीआई ने मामले की जांच शुरू की. जांच पूरी करने के बाद चार्जशीट दाखिल की.
पुलिस जांच में लापरवाही के आरोपः माता-पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस और अधिकारियों ने शुरू से ही मामले को दबाने की कोशिश की. बड़ी बेटी की मौत के बाद उसने पुलिस को बयान दिया था कि आरोपियों को अपनी दोनों बेटियों को प्रताड़ित करने की कोशिश करते देखा था. जांच उस दिशा में आगे नहीं बढ़ी. आरोपियों को हिरासत में लिया गया और कुछ ही घंटों में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. माता-पिता और परिवार के सदस्यों का कहना है कि अगर पहली मौत की प्रभावी जांच होती तो दूसरी लड़की की मौत टाली जा सकती थी. जब छोटी लड़की मृत पाई गई तो उसके पेटीकोट के अंदर उसकी बहन की तस्वीर थी.
कई बार बलात्कार की पुष्टिःपोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि पहली मौत 13 जनवरी, 2017 को शाम 4:30 से 5:30 बजे के बीच हुई थी. पुलिस को घटना की जानकारी उसी रात 7:30 बजे दी गई. इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई और जांच की गई. जांच में शरीर के कई हिस्सों पर मामूली कट और खरोंच के निशान मिले. अगले दिन पोस्टमार्टम कराया गया. पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़की की मौत से पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया है. दूसरी लड़की का पोस्टमार्टम कराया गया तो पता चला कि उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया गया. इसके बाद पुलिस ने पोक्सो का मामला दर्ज किया.