जम्मू-कश्मीर में ग्राम रक्षा गार्ड को आधुनिक हथियारों से लैस किया जाएगा: जितेंद्र सिंह - VDG armed modern weapons - VDG ARMED MODERN WEAPONS
Village Defence Guards armed with modern weapons: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू में 'विकसित भारत के लिए युवाओं का सशक्तिकरण' नामक कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने ग्राम रक्षा गार्ड को हथियारों से लैस करने की जानकारी दी.
कठुआ: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि जम्मू क्षेत्र में बढ़ती आतंकवादी घटनाओं का मुकाबला करने के लिए ग्राम रक्षा गार्ड (VDGs) को आधुनिक हथियारों से लैस किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने शनिवार को जम्मू संभाग के कठुआ में 'विकसित भारत के लिए युवाओं का सशक्तिकरण' नामक कार्यक्रम को संबोधित किया.
इस दौरान जितेंद्र सिंह ने कहा, 'सरकार ने आतंकवादी हमलों में वृद्धि से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं. उनमें से एक ग्राम रक्षा गार्ड (Village Defence Guards) का पुनरुद्धार और उनके हथियारों का आधुनिकीकरण है. सेना ने भी अपनी रणनीति बदली है, जिसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता.' पिछले कुछ महीनों में खास तौर पर जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि के बाद उनकी यह टिप्पणी आई.
जुलाई में जितेंद्र सिंह ने घोषणा की थी कि आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में ग्राम रक्षा गार्ड को पुनर्जीवित किया जा रहा है ताकि उन्हें आतंकवादियों से लड़ने के लिए सशक्त बनाया जा सके. उन्होंने कहा, 'सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि जहां भी आवश्यकता होगी, आतंकवादियों द्वारा उत्पन्न चुनौती का सामना करने के लिए बहुआयामी रणनीति के तहत ग्राम रक्षा गार्ड को तैनात किया जाएगा.'
सिंह ने यह भी बताया कि चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद के लिए ग्राम रक्षा गार्ड को एसएलआर राइफलों सहित हथियार उपलब्ध कराए जा सकते हैं. पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के मच्छल सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) के हमले को भारतीय सेना के जवानों ने नाकाम कर दिया था.
इसमें एक पाकिस्तानी घुसपैठिया मारा गया था. इस हमले में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया, जबकि मेजर रैंक के एक अधिकारी समेत चार अन्य घायल हो गए. हाल के महीनों में जम्मू क्षेत्र में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी हुई है, जिसमें कठुआ में सेना के काफिले पर हमला और डोडा और उधमपुर में मुठभेड़ शामिल हैं. जुलाई में गृह मंत्रालय (MHA) ने लोकसभा को सूचित किया कि इस साल 21 जुलाई तक 11 आतंकी घटनाओं और 24 मुठभेड़ों या आतंकवाद विरोधी अभियानों में नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों सहित कुल 28 लोग मारे गए.