जयपुर:उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में सोहन सिंह स्मृति कौशल विकास केंद्र का लोकार्पण किया. इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉक्टर कृष्ण गोपाल सहित उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ मौजूद रहे. इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज देश में आर्थिक विकास हो रहा है. एक समय हमारी अर्थव्यवस्था डगमगा रही थी, लेकिन अब दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है. हालांकि कुछ ताकतें ऐसी हैं, जो देश को खंडित कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि विकसित भारत का रास्ता ग्रामीण परिपेक्ष से जाता है और हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि प्रति व्यक्ति आय किस तरह बढ़ाई जाए क्योंकि विकसित भारत के निर्माण में जरूरी है कि प्रति व्यक्ति आय आठ गुणा बढ़े. धनखड़ ने यह भी कहा कि हम राष्ट्रवाद से समझौता नहीं कर सकते क्योंकि हम भारतीय हैं. देश में कुछ ऐसी तकते हैं जो देश को खंडित करने का काम कर रही है. भारत की प्रगति उनसे बर्दाश्त नहीं हो रही है. भारत और भारतीय संस्कृति को सुनियोजित तरीके से अपमानित किया जा रहा है.
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शिक्षा और कौशल दोनों ही जरूरी:उपराष्ट्रपति ने कहा कि लघु और कुटीर उद्योग को लेकर भारत सरकार का मंत्रालय काम कर रहा है. कौशल मनुष्य को तपस्वी बनाती है. शिक्षा और कौशल दोनों ही जरूरी है. डिग्री लेने पर कुछ नहीं होता यदि आप किसी काम में कौशल रखते हैं, तो आप समाज में बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं. उपराष्ट्रपति ने कहा कि हम उन वस्तुओं का बाहर से आयात कर रहे हैं जो देश में निर्मित हो रही हैं. स्वदेशी का अर्थ है वोकल फॉर लोकल.