देहरादून: हरिद्वार कांवड़ यात्रा 2024 में उत्पात मचाने वाले कांवड़ियों के खिलाफ पुलिस बड़ी कार्रवाई करने जा रही है. पुलिस की तरफ से साफ किया गया है कि निजी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले कांवड़ियों से अब रिकवरी की जाएगी. इसके लिए पुलिस ने तोड़फोड़ करने वाले कांवड़ियों की पहचान शुरू कर दी है.
बता दें कि हरिद्वार कांवड़ यात्रा 2024 में कुछ कांवड़ियों की वजह से पूरी यात्रा बदनाम हुई थी. उत्तराखंड के अलग-अलग शहर के साथ-साथ यूपी के भी कई जिलों में भी कुछ कांवड़ियों ने काफी उत्पात मचाया था. कांवड़ियों के भेष में हरिद्वार, ऋषिकेश और भगवानपुर में भी कुछ उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया था, जिसके कई वीडियो भी सामने आए थे. रुड़की का एक वीडियो भी काफी वायरल हुआ था, जिसमें कुछ कांवड़ियों ने ई-रिक्शा में तोड़फोड़ की थी. ऐसे कांवड़ियों पर अब पुलिस कार्रवाई करने जा रही है, ताकि भविष्य में इस तरह की हरकत करने से पहले ये लोग सोचे.
उपद्रवी कांवड़ियों हो रही लिस्ट तैयार: कांवड़ियों के भेष में उपद्रव मचाने वाले लोगों की पुलिस लिस्ट तैयार करने में लगी हुई है. उपद्रवियों की पहचान करने के लिए सबसे पहले पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है. इसके बाद आरोपियों की एक लिस्ट तैयार की जाएगी और फिर आखिर में पुलिस उन पर कार्रवाई करेंगी.
12 से ज्यादा मुकदमे दर्ज: टिहरी जिले के मुनिकी रेती थाने समेत ऋषिकेश, हरिद्वार और रुड़की समेत प्रदेश के अन्य थानों में अभीतक कांवड़ यात्रा के दौरान मारपीट और तोड़फोड़ के 12 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए है. जिसमें सबसे अधिक मामले हरिद्वार जिले के हैं.
माहौल को देखते हुए सीधे कार्रवाई से बची पुलिस: कांवड़ यात्रा के दौरान यदि पुलिस उपद्रवी कांवड़ियों पर कार्रवाई करती तो प्रदेश का माहौला खराब हो सकता था. इसीलिए पुलिस भी कांवड़ यात्रा 2024 समाप्त होने के इंतजार कर रही थी. पुलिस की पहली प्राथमिक कांवड़ यात्रा 2024 को सकुशल संपन्न कराने की थी. हालांकि अब अन्य राज्यों की पुलिस के साथ हुई बैठक के बाद उपद्रवी कांवड़ियों की पहचान कर उन पर कार्रवाई का प्लान तैयार हुआ है.
कांवड़ियों को भेजा जाएगा नोटिस: उत्तराखंड के हरिद्वार, टिहरी और देहरादून जिले की पुलिस अन्य राज्यों की पुलिस से संपर्क कर उपद्रवी कांवड़ियों को नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है. अकेले हरिद्वार जिले में कांवड़ियों के हंगामा करने के 11 से ज्यादा मुकदमे दर्ज है, जिसमें 50 से ज्यादा कांवड़ियों पर कार्रवाई हो सकती है.