लखनऊ:यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक और बड़ी कार्रवाई की है. उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2023 परीक्षा का पेपर लीक मामले को हल्के में लेने वाली डीजी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड रेणुका मिश्रा को हटा दिया गया है. कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में हुई चूक और एफआइआर दर्ज कराने में हीला हवाली के चलते ये कार्रवाई की गई है.
रेणुका मिश्रा के स्थान पर डायरेक्टर विजिलेंस राजीव कृष्णा को डीजी भर्ती बोर्ड का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है. सरकार डीजी रेणुका मिश्रा से इस बात से नाराज है कि पेपर लीक होने के बाद न ही भर्ती बोर्ड ने गंभीरता दिखाई, आंतरिक जांच बैठाने के बाद न ही कोई एफआईआर दर्ज कराई, जबकि आरओ, एआरओ भर्ती परीक्षा में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने आंतरिक जांच के बाद परीक्षा नियंत्रक को हटाया था और एफआईआर भी दर्ज करवा दी थी.
बोर्ड अध्यक्ष को क्यों हटाया गया:पेपर लीक मामले में चूक और मुकदमा दर्ज कराने में लापरवाही बरतने के चलते भर्ती बोर्ड अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटाया गया है. दरअसल, परीक्षा रद होने के बाद से भर्ती बोर्ड की इंटर्नल असेसमेंट कमेटी रिपोर्ट नहीं दे पाई थी. मामले में एफआईआर भी दर्ज नहीं कराई गई थी. जबकि RO/ARO भर्ती परीक्षा में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने आंतरिक जांच के बाद परीक्षा नियंत्रक को हटाया था और एफआईआर भी दर्ज करवा दी थी.
सिपाही भर्ती परीक्षा 17-18 फरवरी को हुई थी:दरअसल, यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 23 दिसंबर 2023 को कांस्टेबल के 60244 पदों के लिए भर्ती निकली थी, जिसमें 48,17,441 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. 17 व 18 फरवरी को सभी 75 जिलों में परीक्षा आयोजित की गई और 2385 एग्जाम सेंटर में करीब 43 लाख लोगों ने एग्जाम दिया था.