बठिंडा: शादी को लोग अपने जीवन का सबसे खास दिन बनाना चाहते हैं. इस दिन को खास बनाने के चक्कर में शराब परोसी जाती है तो तेज आवाज में डीजे बजाने का प्रचलन बढ़ा है. इससे न सिर्फ आर्थिक बोझ बढ़ता है बल्कि शादियों में झगड़े और हिंसा की घटनाएं भी बढ़ी हैं. ऐसे में पंजाब के एक गांव ने अनोखी पहल की है. गांव ने फैसला किया है कि जो भी परिवार शादी में सादगी अपनाएगा, उसे 21 हजार रुपये शगुन के तौर पर दिए जाएंगे.
ग्रामीणों की सहमति से लिया फैसला: पंजाब के बठिंडा जिले के कस्बा रामपुरा फूल के नजदीक बल्लो पंचायत ने गांव को नशा मुक्त बनाने तथा शादियों में हो रहे शोषण को समाप्त करने के लिए अहम फैसला लिया है. ग्राम पंचायत बल्लो की महिला सरपंच अमरजीत कौर ने शादियों पर होने वाले अनावश्यक खर्चों को रोकने के लिए ग्राम सभा के सदस्यों की सहमति से सरल विवाह नीति लागू करने का अहम फैसला लिया.
प्रस्ताव में क्या-क्या शर्तें हैंः गांव बल्लो में अगर कोई भी परिवार बिना नशे तथा बिना डीजे के सरल तरीके से शादी करता है तो पंचायत 21 हजार रुपये शगुन देगी. शादी, महलों की बजाय घर पर या खुले में जहां पुरानी विरासत को अपनाया गया हो, वहां पर भी शादी की जा सकती है. इसके लिए 7 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है, जो जांच करने के बाद शगुन राशि देगी.