नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में आज से नई दिल्ली में दो दिवसीय 'आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024' शुरू हो रहा है. इस सम्मेलन का उद्देश्य भविष्य की आतंकवाद विरोधी नीतियों और रणनीतियों को आकार देना है. इस सम्मेलन में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, आतंकवाद से निपटने से संबंधित एजेंसियों और विभागों के अधिकारी, कानून, फोरेंसिक और टेक्नोलॉजी जैसे संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञ भाग लेंगे.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को 'आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024' का नेतृत्व करेंगे. इसमें आतंकवाद से निपटने के लिए विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय को बढ़ावा देने पर मुख्य ध्यान दिया जाएगा. गृह मंत्रालय (MHA) ने एक बयान में कहा गया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से इस सम्मलेन का आयोजन किया जा रहा है.
इस सम्मेलन में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी और कानून, फोरेंसिक और प्रौद्योगिकी के विशेषज्ञ आतंकवाद से निपटने के लिए कानूनी ढांचे, अभियोजन चुनौतियों और उभरती प्रौद्योगिकियों की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक साथ आएंगे. चर्चाओं में भारत भर में सक्रिय आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानूनी सहयोग और रणनीतियों पर भी चर्चा की जाएगी.
गृह मंत्रालय ने कहा, 'आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024' का मुख्य फोकस संपूर्ण सरकारी तंत्र की मदद से आतंकवाद के खतरे के खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई के लिए विभिन्न हितधारकों के बीच तालमेल विकसित करना है. इसमें कहा गया, 'बैठक का उद्देश्य भविष्य की नीति निर्माण के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत करना भी है.
दो दिवसीय सम्मेलन में विचार-विमर्श और चर्चाएं विभिन्न महत्वपूर्ण मामलों पर केंद्रित होंगी. इनमें आतंकवाद-रोधी जांच में अभियोजन और कानूनी ढांचा विकसित करना, अनुभवों और अच्छे तरीकों को साझा करना भी है. मंत्रालय ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार आतंकवाद के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति अपनाकर इस बुराई को जड़ से उखाड़ने के लिए प्रतिबद्ध है.