नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों का सभी को इंतजार है. चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो गई हैं. आम आदमी पार्टी जो प्रचंड बहुमत से दिल्ली में फिर से सत्ता में आने की कोशिश में जुटी है, वहीं भाजपा भी इस बार पूर्ण बहुमत के साथ दिल्ली की सत्ता में वापसी की तैयारी की उम्मीद कर रही है. चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में आया और बहुमत हासिल करने में भाजपा सफल हुई तो दिल्ली की सत्ता में ठीक 27 साल बाद भाजपा की वापसी होगी.
ऐसे में, बड़ा सवाल है कि मुख्यमंत्री का ताज किसके सिर पर होगा. चुनाव प्रचार अभियान में भाजपा से अधिक आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से लेकर अन्य नेता भाजपा में सीएम का चेहरा कौन होगा? इसको लेकर अलग-अलग मंचों से सवाल पूछ चुके हैं. हालांकि भाजपा पहले से बिना सीएम फेस को सामने कर चुनाव लड़ती रही है, इसलिए दिल्ली विधानसभा चुनाव में जब भी आप नेताओं द्वारा सीएम फेस कौन होगा? इस पर पार्टी के किसी शीर्ष नेताओं ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
![रमेश बिधूड़ी, भाजपा उम्मीदवार](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/del-ndl-01-election-cm-face-vis-7201354_07022025134329_0702f_1738916009_672.jpg)
पूरे चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह नई दिल्ली सीट से भाजपा के प्रत्याशी प्रवेश वर्मा सुर्खियों में रहे, अगर भाजपा बहुमत में हासिल करती है तो मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में उनका नाम शामिल होगा. इसी तरह विधानसभा में दूसरी बार नेता विपक्ष बने वाले विजेंद्र गुप्ता ने जो भूमिका कम समय में निभाई और आम आदमी पार्टी सरकार के कार्यकाल के अंत समय में सीएजी की रिपोर्ट को लेकर उन्होंने आप सरकार को घेरने की कोशिश की, वह भी प्रबल दावेदार हो सकते हैं.
नवीन गौतम, राजनीतिक विश्लेषक
बात करें अन्य नाम की तो करोल बाग विधानसभा सुरक्षित सीट से इस बार पार्टी ने दुष्यंत गौतम को टिकट दिया है. दिल्ली के मलका गंज में उनका जन्म हुआ था. दुष्यंत गौतम भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर हैं वह संगठन के अलग-अलग पदों पर रह चुके हैं. छात्र राजनीति में सक्रिय रहने वाले रहे दुष्यंत गौतम पढ़ाई खत्म करके अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मंडल अध्यक्ष बने. वह तीन बार भाजपा अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष बने हैं. संगठन और राजनीति को जितने नजदीक से उन्होंने देखा है, वह भी दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हो सकते हैं.
मनोज मिश्रा, राजनीतिक विश्लेषक
![केजरीवाल के सामने लड़ रहे प्रवेश वर्मा भी प्रबल दावेदार](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/del-ndl-01-election-cm-face-vis-7201354_07022025134329_0702f_1738916009_123.jpg)
अन्य नामों में दिल्ली के कालकाजी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी के नाम को लेकर भाजपा से अधिक आम आदमी पार्टी ने ही उछाला है. क्या भाजपा बिधूड़ी को सीएम के चेहरे के तौर पर उतार रही है. आम आदमी पार्टी भाजपा को इस मुद्दे पर कई बार सवाल पूछ चुकी है कि उनका मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा? ऐसे में तमाम आप नेताओं ने कहा कि सूत्रों से उन्हें जानकारी मिली है कि रमेश बिधूड़ी को पार्टी अगर चुनाव जीतती है तो सीएम बना सकती है. बिधूड़ी दो बार दिल्ली के सांसद रह चुके हैं. इसके अलावा दिल्ली विधानसभा के सदस्य के तौर पर भी उन्होंने लंबे समय तक जिम्मेदारी निभाई है.
![दुष्यंत गौतम](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/del-ndl-01-election-cm-face-vis-7201354_07022025134329_0702f_1738916009_463.png)
![भाजपा के विजेंद्र गुप्ता भी दावेदार](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/del-ndl-01-election-cm-face-vis-7201354_07022025134329_0702f_1738916009_320.jpg)
उल्लेखनीय हो कि दिल्ली विधानसभा के इतिहास को देखें तो आज से 27 साल पहले करीब- करीब माहौल ऐसा ही था. वर्ष 1998 के अंत में दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सत्ताधारी दल भाजपा ने मौजूदा मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा को हटाकर उनकी जगह सुषमा स्वराज, उन्हें दिल्ली की मुख्यमंत्री बना दिया. उनके नेतृत्व में दिसंबर 1998 का विधानसभा चुनाव पार्टी ने लड़ा. पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था. तब दिल्ली में प्याज की कीमतों में अचानक हुई थी. उस बढ़ोतरी को कम करने में साहिब सिंह वर्मा पर विफल होने के आरोप लगे. पार्टी ने महिला नेता सुषमा स्वराज को आगे कर सीएम को बदल दिया. हालांकि वह मुद्दा इतना बड़ा बना की, भाजपा की सरकार दोबारा नहीं बन सकी और तब से भाजपा दिल्ली की सत्ता से दूर है.
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